भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और भारत जापान को पछाड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है। भारत पर भरोसा जताते हुए अपनी रिपोर्ट में कहा है कि देश आने वाले 7 साल में कमाल कर देगा और साल 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन सकता है।
वहीं एशिया में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। एसएंडपी ग्लोबल मार्केट एंटेलिजेंस ने अपने नए पर्चेजिंग मैनेजर इंडे्स (PMI) में यह बात कही। भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने पर एक और ग्लोबल एजेंसी ने अपनी मुहर लगाई है। दरअसल ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडियन इकॉनमी को लेकर जो सपना देखा है।
जिसका जिक्र उन्होंने और उनकी सरकार के मंत्रियों ने कई मौकों पर किया है। इनमें एक है, भारत के साल 2047 तक दुनिया के विकसित देशों की लिस्ट में पहुंचना और आने वाले पांच-छह साल में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी के तौर पर सामने आना और अब लगता है PM मोदी का ये सपना जल्दी पूरा होने वाला है। भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बना हुआ है और IMF से लेकर वर्ल्ड बैंक तक तमाम ग्लोबल एजेंसियों ने देश के लिए सकारात्मक रुख बनाए रखा है।
Read More >>> मालदीव में चीन की दखल बनी भारत के लिए खतरा
दरअसल, एसएंडपी ग्लोबल इंडिया मैन्यूफैक्चरिंग ने अपने नवीनतम खरीद प्रबंधक सूचकांक यानी PMI रिपोर्ट में एसएंडपी ग्लोबल ने कहा कि साल 2021 के बाद साल 2022 में लगातार दो वर्षों में देश की इकोनॉमी में तेज रफ्तार देखने को मिली और इस चालू वित्त वर्ष 2023 में भी भारत मजबूत वृद्धि के साथ आगे बढ़ रहा है। फिलहाल देश दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, लेकिन 2030 तक ये जापान को पछाड़ते हुए विश्व की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन सकता है। एजेंसी ने अनुमान जाहिर करते हुए भरोसा जताया है और कहा कि 7 साल में यानी 2030 तक भारत की जीडीपी का आकार 7300 अरब डॉलर तक हो जाएगा और इस आंकड़े से जापान की जीडीपी भी पीछे रहेगी।
S&P Global के मुताबिक, भारत का सकल घरेलू उत्पाद 6.2 फीसदी से 6.3 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद है। यानी इस लिहाज से मार्च 2024 में खत्म होने वाले वित्त वर्ष में भी भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई इकॉनमी बना रहेगा। एसएंडपी ग्लोबल की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में निरंतर तेजी की उम्मीद है और इस तेजी में सबसे बड़ा हाथ घरेलू मांग में वृद्धि का रहेगा। इससे देश की इकॉनमी को बल मिलेगा।
फिलहाल अगर जीडीपी के लिहाज से देखा जाए तो अमेरिका सबसे बड़ी इकॉनमी है। जिसके बाद चीन और जापान का नाम आता है। वहीं भारतीय इकॉनमी का आकार ब्रिटेन और फ्रांस जैसे देशों से भी बड़ा है। भारत के लिए ये PMI रिपोर्ट एक बड़ी गुड न्यूज है। दरअसल, इससे अंदाजा लग जाता है कि दुनिया की तमाम एजेंसियों ने जहां एक ओर बड़े-बड़े देशों के लिए अपने जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को घटाया है, तो वहीं भारत पर सभी का भरोसा लगातार कायम है।
Also Read >>> विदेश मंत्री का कनाडा पर सीधा हमला, भारत बनाम खालिस्तान पर विदेश मंत्री का बयान
बता दें कि अमेरिका की जीडीपी फिलहाल 25,500 अरब डॉलर है, जबकि दूसरे नंबर पर मौजूद चीन की जीडीपी 18000 अरब डॉलर है और जापान की जीडीपी का साइज 4200 अरब डॉलर है। बता दे कि साल 2014 से 2023 तक की अवधि में भारतीय अर्थव्यवस्था ने कई नए मुकाम हासिल किए हैं। 2014 में ये 10वें पायदान पर थी और आज ग्लोबल इकॉनमी में पांचवें पायदान तक पहुंच चुकी है।