जयपुर (संदीप अग्रवाल) : राजस्थान सहित मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनाने जा रही है। ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि राजस्थान बीजेपी में मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा… ऐसा इसलिए कह रहे है क्योंकि प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में गुटबाजी रही है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को पार्टी ने अनदेखा कर रखा है। पिछले कई दिनों से वसुंधरा ना तो किसी पार्टी की सभा में नजर आई और ना ही पार्टी के बड़े नेताओं ने कभी वसुंधरा का किसी भी सभा में जिक्र किया।
इतना ही नहीं तीन दिसंबर को प्रदेश में हुई मतगणना के बाद बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने प्रेस वार्ता की और जीत की खुशी जाहिर कि। उस समय वसुंधरा राजे वहीं पर मौजूद थी लेकिन राजे को प्रेस वार्ता में नहीं बुलाया गया। इससे सियासी गलियारों में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। हालांकि इसी बीच ये खबर भी आ रही है कि बीजेपी सांसद बाबा बालकनाथ को दिल्ली हाईकमान ने बुलाया है। जो कि अभी राजस्थान में चर्चा का विषय बना हुआ है।
राजस्थान की राजनीति राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत के बाद पार्टी के हौसले बुलंद है। पार्टी ने इस चुनाव में बिना किसी को सीएम पद का चेहरा बनाए सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा था। बिना किसी सीएम फेस के भी भाजपा कांग्रेस पर भारी पड़ गई और चुनाव में शानदार जीत दर्ज की। हालांकि, जीत के बाद अब राज्य के सीएम को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर बीजेपी के कई नेताओं के नाम सीएम को लेकर वायरल हो रहे है। सोशल मीडिया पर वायरल नामों की पुष्टि हम नहीं करते किंतु इनमें ओम प्रकाश माथुर, बाबा बालकनाथ, ओम बिड़ला, दिया कुमारी सहित कई नाम है।
राजस्थान में 25 नवंबर की मतगणना के बाद से ही कांग्रेस पार्टी सहित प्रदेश में सरकार रिपीट होने की शानदार हवा थी। मतगणना से पूर्व रात को भी अशोक गहलोत ने मीडिया में कहा था कि बीजेपी के पास सीएम चेहरा नहीं है और सरकार डेफिनेटली रिपीट हो रही है। गहलोत ने प्रदेशवासियों को अग्रिम बधाइयां भी दी थी। लेकिन जब 3 दिसंबर को मतगणना शुरू हुई तो चुनाव के रुझान चौकानें वाले रहे। गहलोत स्वयं भी नतीजों को देखकर चकित रह गए थे।
ऐसा माना जा रहा था कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच राजस्थान की सत्ता के लिए कांटे की टक्कर होगी। हालांकि, जब परिणाम आए तो भाजपा ने आसान बहुमत हासिल कर लिया। भाजपा ने चुनाव में 115 सीट, कांग्रेस ने 69 सीट, भारतीय आदिवासी पार्टी ने 3, बसपा ने 2, आरएलडी ने 1 और आरएलटीपी ने 1 सीट पर जीत दर्ज की। वहीं, विधानसभा चुनाव में 8 निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की है। ऐसा माना जा रहा है कि इनमें से कई भाजपा के सीधे संपर्क में हैं।
इस बीच भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने राजस्थान के चर्चित नेता बाबा बालकनाथ को दिल्ली बुलाया है। महंत बालकनाथ नाथ सम्प्रदाय के आठवें मुख्य महन्त हैं और राजस्थान की अलवर सीट से लोकसभा सांसद भी हैं। राजस्थान चुनाव के टिकट बंटवारे के समय से ही सीएम पद के लिए बाबा बालकनाथ का नाम बार-बार सामने आते रहता है। राजस्थान के नए सीएम की रेस में आगे चल रहे चर्चित नेता बाबा बालकनाथ के आज दोपहर तक दिल्ली पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। यहां वह भाजपा आलाकमान के नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। कहा ये भी जा रहा है पार्टी द्वारा बाबा बालकनाथ को राजस्थान में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
महंत बालकनाथ नाथ सम्प्रदाय के आठवें मुख्य महन्त हैं और राजस्थान की अलवर सीट से लोकसभा सांसद भी हैं। भाजपा ने उन्हें तिजारा विधानसभा सीट से टिकट दिया था, जहां उन्होंने शानदार जीत दर्ज की है। उन्होंने यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार इमरान खान को 6173 वोटों के मार्जिन से हराया है। बता दें कि राजस्थान चुनाव के टिकट बंटवारे के समय से ही सीएम पद के लिए बाबा बालकनाथ का नाम बार-बार सामने आते रहता है।