राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद 3 दिसंबर को मतगणना होगी लेकिन इससे पहले अलग—अलग मीडिया हाउस की ओर से Exit Polls जारी होने के बाद BJP और CONGRESS दोनों ही पार्टियों ने निर्दलिय प्रत्याशियों को साधना शुरू कर दिया है। इसका कारण यह है कि अभी तक एग्जिट पोल में कौनसी पार्टी सरकार बनाएगी इसे लेकर संशय बरकार है। सूत्रों की मानें तो BJP ने निर्दलिय प्रत्याशियों के साथ—साथ पार्टी से बागी होकर चुनाव लडने वाले मजबूत कंडिडेट्स से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। जबकि CONGRESS की बात करें तो कांग्रेस की ओर से भी निर्दलिय प्रत्याशियों के अलावा कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लडने वाले प्रत्याशियों से संपर्क किया जा रहा है। मामले को लेकर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने एक बयान भी जारी किया है जिसमें डोटासरा ने कहा है कि पिछली बार हम 99 सीटों पर अटक गए थे लेकिन इस बार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना रहे है। हालांकि पिछली बार निर्दलिय प्रत्याशियों ने कांग्रेस का साथ दिया था तो ऐसे में एक बार फिर हमें उम्मीद है कि निर्दलिय प्रत्याशी और अन्य पार्टियों के प्रत्याशी हमारे साथ खडे रहेंगे क्योंकि उन्होंने हमारा पिछला कार्यकाल देखा है। गोविंद सिंह डोटासरा के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि कांग्रेस लगातार निर्दलिय प्रत्याशियों और अन्य पार्टी के प्रत्याशियों को साधने में लगी हुई है। ताकि सरकार बनाने के लिए यदि जरूरत पडी तो इन प्रत्याशियों का समर्थन मिल सके।
पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा का कहना है कि यदि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो सीएम कौन होगा यह पार्टी के विधायक और आलाकमान तय करेंगे। डोटासरा ने कहा कि सीएम को लेकर पार्टी के विधायकों से साथ चर्चा की जाएगी और राजस्थान में सीएम के नाम पर अंतिम मुहर आलाकमान की ओर से लगाई जाएगी। दरअसल सीएम के नाम को लेकर कांग्रेस की ओर से चर्चाएं जोरों पर है। ऐसे में यदि कांग्रेस राजस्थान में सरकार बनाती है तो एक बार फिर सीएम के नाम को लेकर बखेडा खडा हो सकता है। ऐसे में आलाकमान चाहेगा कि सभी विधायकों के साथ चर्चा की जाए।