आम आदमी पार्टी की महिला विंग की अध्यक्ष संगीता गौड़ ने कहा की राजस्थान व देश भर में महिलाओं पर बढ़ते अपराधों के खिलाफ किए जा रहे अन्याय और उनकी महिला विरोधी नीतिया गंभीर चिंता का विषय है यह एक गंभीर मुद्दा है, और हमें इसके खिलाफ आवाज उठाने की आवश्यकता है।
आम आदमी पार्टी की महिला विंग की अध्यक्ष संगीता गौड़ ने बताया की राजस्थान सरकार ने हाल के वर्षों में जो कदम उठाए हैं, वे स्पष्ट रूप से महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा के प्रति उदासीनता दिखाते है, आम आदमी पार्टी जयपुर जिला महिला विंग की ओर से आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत 4 सितंबर को सांगानेर की प्रताप नगर कच्ची बस्ती में किया जा रहा है जिसमे कचरा बिंदने वाली महिलाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया जाएगा, इस अभियान नाम अग्निगर्भा रखा गया है उसके बाद जयपुर शहर के विभन्न क्षेत्रो व विधानसभाओ में आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया जाएगा यह प्रशिक्षण ब्लैक बेल्ट टायकोंडो एक्सपर्ट शुभम सक्सेना व उसकी टीम द्वारा दिया जायगा ।
राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। दुर्भाग्यवश, सरकार इस पर कोई ठोस कदम उठाने में विफल रही है। महिला सुरक्षा के लिए राज्य में कोई प्रभावी योजना नहीं है, और जो भी योजनाएं हैं, वे केवल कागजों तक ही सीमित रह गई हैं। राज्य सरकार ने महिलाओं के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए कोई सार्थक नीति नहीं बनाई है। जो महिलाएं स्वरोजगार में हैं, उनके लिए भी सरकारी सहायता बहुत कम है। ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों की शिक्षा को नजरअंदाज किया जा रहा है। स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, जिससे कई लड़कियां शिक्षा से वंचित रह जाती हैं। सरकार की नीतियां शिक्षा के क्षेत्र में लैंगिक समानता को प्रोत्साहित करने में असफल रही हैं राजस्थान में महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बेहद चिंताजनक है। खासकर गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं का घोर अभाव हैमहिलाओं के स्वास्थय से जुड़े मुद्दों पर सरकार का रवैया पूरी तरह से लापरवाही भरा है।
राजस्थान सरकार तुरंत महिलाओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करे।
महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए विशेष योजनाओं की घोषणा की जाए और उन्हें प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।
लड़कियों की शिक्षा के लिए विशेष बजट आवंटित किया जाए और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा सुविधाओं को बढ़ाया जाए।
महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों को प्राथमिकता दी जाए और सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं का विस्तार किया जाए।