भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने डोटासरा के बयानबाजी पर पलटवार करते हुए कहा कि लोकतंत्र में मौलिक अधिकारों के तहत सबको बोलने की आजादी है। इस लिए डोटासरा जी भी बोलने के लिए आजाद है, लेकिन उनको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चित्र लगाने से क्या आपत्ति है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री किसी पार्टी या वर्ग विशेष का नहीं होता। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पद पर शपथ लेने के बाद वे देश के और पूरे प्रदेश के हो जाते है। ऐसे में उनका चित्र लगाना और उनका सम्मान करना हम सभी की जिम्मेदारी है और कर्त्तव्य भी है। राठौड़ ने डोटासरा को सलाह देते हुए कहा कि फिलहाल राजस्थान में चुनाव दूर है ऐसे में उनको राजनीति छोड़कर सरकार के साथ जनता के विकास में सहयोग करना चाहिए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राम मंदिर का निर्माण हम सभी देशवासियों के लिए गौरव और स्वाभिमान का प्रतिक है और राम मंदिर का निर्माण जब तक नहीं हुआ था, तब तक हमें गुलामी का अहसास करवाया जाता था। हमें निराश और हतोत्साहित करने का प्रयास किया जाता था। जब से राम मंदिर बना है उसके बाद देश का आमजन गौरव की अनुभूति कर रहा है। अब राम मंदिर निर्माण से किसी को आपत्ति है तो उसे अपने संस्कारों को याद करना चाहिए। उनके पूर्वजों ने राम मंदिर के लिए संघर्ष किया होगा, वो भूल गए है।