जयपुर— राजस्थान में सीएम फेस कौन होगा इसके लिए कवायद तेज हो गई है। राजनीतिक हलचलों के बीच बीजेपी आलाकमान ने राजस्थान के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,सरोज पांडे और विनोद तावडे को शामिल किया गया है। जल्द ही पर्यवेक्षक जयपुर पहुंचेंगे और 10 दिसंबर को विधायक दल की बैठक आयाेजित की जाएगी। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी बीते कुछ दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हुए है और गुरूवार देर रात राजे ने जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों के बीच करीब एक घंटे से अधिक समय तक बातचीत हुई। बताया जा रहा है कि नड्डा से मुलाकात के बाद वसुंधरा ने गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की है। हालांकि राजस्थान में भाजपा के विधायकों की बाडेबंदी की चर्चाएं भी जोरों पर है जबकि राजस्थान बीजेपी के शीर्ष नेता बाडेबंदी की खबर को नकार चुके है।
भाजपा विधायकों की बाडेबंदी को लेकर जब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी से बातचीत की गई तो उन्होंने बाडेबंदी की बात को सिरे से नकार दिया। हालांकि जोशी ने कहा कि कुछ विधायक होटल में रूके हुए है उसकी जानकारी मेरे पास नहीं है। वहीं प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने भी बयान देते हुए कहा था कि इस बारे में मुझे जानकारी नहीं है लेकिन पार्टी कार्यालय मंदिर की तरह है और इस मंदिर में सभी की आस्था है। वहीं विधायक बने भाजपा के चारों सांसदों का इस्तीफा हो चुका है। इनमें दीया कुमारी, किरोड़ीलाल मीणा, महंत बालकनाथ और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ शामिल हैं।
भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद राजस्थान में सीएम चेहरे के लिए हलचल बढ चुकी है। चुनाव जीतने के बाद कुछ विधायक पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मिलने उनके आवास पर भी पहुंचे थे। दावा किया जा रहा है कि 75 से अधिक विधायक राजे से मिलने पहुंचे थे। जबकि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी से करीब 30 से अधिक विधायक मिलने पहुंचे थे। लेकिन अब विधायकों से मुलाकात का दौरा खत्म हो चुका है ऐसे में पूरे राजस्थान में अब सीएम फेस को लेकर चर्चा की जा रही है।