अपने ड्रीम विजन 'मिशन 2030' (Mission 2030) को लेकर सीएम् अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) रथ पर सवार होकर 18 जिलों की यात्रा पर निकल गए हैं। अपनी 9 दिनों की यात्रा के जरिए सीएम् अशोक गहलोत कांग्रेस के पक्ष में जबरदस्त माहौल बनाने की कोशिश करेंगे। जैसे राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी, वैसे ही सीएम अशोक गहलोत की राजस्थान यात्रा मंदिरों के साथ शुरू हो गई है।
इस यात्रा के जरिए वह जनता से 'मिशन 2030' के लिए सुझाव मांगेंगे और अपनी सरकार को रिपीट करवाने की कोशिश करेंगे।
राजस्थान में इस साल के अंत मे विधानसभा चुनाव होने हैं। जहां बीजेपी सत्ता मे वापसी करने के लिए संकल्प यात्रा निकाल चुकी है, तो वही दूसरी और राजस्थान मे कांग्रेस अपनी सरकार को रिपीट करवाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। कांग्रेस वो हर दांव खेलने की कोशिश कर रही है। जिससे वो बीजेपी को मात दे सके।
अशोक गहलोत अपनी 9 दिन की इस यात्रा के जरिए जयपुर, सीकर, चूरू, नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली, सिरोही, जालौर, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और चित्तौड़गढ़ का दौरा करेंगे।
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विधानसभा चुनावों से पहले गहलोत की इस देव-दर्शन यात्रा को अहम माना जा रहा है। वही आपको बता दे कि कल सीएम अशोक गहलोत ने जयपुर लौटने से पहले सीकर मे खाटू श्याम जी मंदिर और चरु मे सालासर बालाजी के मंदिर मे पुरे विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना की। कार्यक्रम मे कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत भी उपस्थित रही, बुधवार को खाटू श्यामजी और सालासर बालाजी के दर्शन के बाद आने वाले दिनों में गहलोत देशनोक में करणी माता मंदिर बांसवाड़ा के त्रिपुरा सुंदरी मंदिर, राजसमंद के चारभुजा नाथ मंदिर, नागौर जिले के खरनाल में तेजाजी मंदिर, नाथद्वारा मे श्रीनाथ जी मंदिर और कल्लाजी मंदिर निंबाहेड़ा में दर्शन करेंगे।
सीएम अशोक गहलोत ने सभा-संवाद और देव दर्शन की शुरुआत कर दी है। जयपुर के बिडला ऑडिटोरियम से सीएम अशोक गहलोत ने इस मिशन की शुरुआत की है। इस दौरान उनका 18 जिलो मे जाकर सभा करने और मंदिरों मे दर्शन करने का 9 दिन का कार्यक्रम तैयार किया गया है।
कल 29 सितम्बर को सीएम गहलोत की हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर में संवाद सभाएं रखी गई है। इसके बाद वे 30 सितम्बर को बीकानेर और जैसलमेर मे संवाद करेंगे। इसके बाद लगातार गहलोत 3 अक्टूबर से लेकर 7 अक्टूबर तक दौरा करेंगे।
3 अक्टूबर को गहलोत कांकरोली, नाथद्वारा और उदयपुर का दौरा करेंगे। कांकरोली में मार्बल कारोबारियों और नाथद्वारा में पिछवाई पेंटिंग से जुड़े कलाकारों और कारोबारियों से मिलकर बातचीत करेंगे और उनका सुझाव भी लेंगे।
इसके बाद 4 अक्टूबर को गहलोत का बेणेश्वर धाम में आदिवासी नेताओं के साथ चर्चा का कार्यक्रम रखा गया है। बता दे डूंगरपुर कॉलेज में इसी दिन गहलोत आदिवासी खिलाड़ियों से भी चर्चा करेंगे।
5 अक्टूबर को निंबाहेड़ा, चित्तौड़गढ़ में मार्बल, ग्रेनाइट और सीमेंट उद्योग से जुड़े लोगों के साथ गहलोत चर्चा करेंगे। 6 अक्टूबर को गहलोत का रणकपुर, सुमेरपुर, जालोर और सिरोही में मिशन 2030 को लेकर सभाओं का कार्यक्रम रखा गया है। इस दौरान सिरोही में वे 6 अक्टूबर को पशुपालकों से भी संवाद करेंगे।
आखिरी 7 अक्टूबर मे सीएम बांसवाडा जिले का दौरा करेंगे। बाड़मेर के सिवाना में पशपुालकों से बातचीत करेंगे। इसके बाद पचपदरा रिफाइनरी प्रोजेक्ट में काम कर रहे युवाओं से भी चर्चा करेंगे।
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आपको बता दे अशोक गहलोत ने 2030 तक राजस्थान को हर क्षेत्र में भारत को टॉप राज्य बनाने की दिशा में 'राजस्थान मिशन-2030' का शुभारंभ इसी साल अगस्त में किया था। उन्होंने कहा था कि राज्य के विकास को 10 गुना बढ़ाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी जरूरी है। इस अभियान के जरिए यह भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
गहलोत ने कहा कि पिछले पांच साल में प्रदेश ने चार गुना वृद्धि की है। अब इसे 2030 तक 10 गुना करना है। इसके लिए उन्होंने आम लोगों से सुझाव -विचार मांगे हैं। सीएम ने कहा कि स्वास्थ्य का अधिकार, राजस्थान न्यूनतम आय गारंटी, गिग वर्कर्स वेलफेयर एक्ट लाने वाला राजस्थान देश में एकमात्र राज्य है। अब राजस्थान एक विकसित राज्य बने। प्रति व्यक्ति आय, हैप्पीनेस इंडेक्स और निवेश अधिक से अधिक बढ़े। यही हमारी प्राथमिकता है।