उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेम चन्द बैरवा ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत है, उनके नाम पर योजना रखने से युवाओं को प्रोत्साहन मिलता है। प्रदेश के युवाओं को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध है।
उच्च शिक्षा मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि आर्थिक स्थिति शिक्षा प्राप्ति में कोई अवरोध न बने, पात्र युवा देश-विदेश के अच्छे शिक्षण संस्थानों से शिक्षा प्राप्त कर सकें, इसलिए स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेन्स योजना में आंशिक संशोधन कर इसे और अधिक बेहतर किया गया है। डॉ. बैरवा ने कहा कि राज्य सरकार इस योजना के लिए युवाओं को विभिन्न माध्यमों से जागरूक कर रही है, जिससे ज्यादा से ज्यादा पात्र युवा इस योजना से लाभान्वित हो सकें। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना के तहत पात्र युवाओं को समय पर स्कॉलरशिप का भुगतान किया गया है। इससे पहले विधायक रफीक खान के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेन्स योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2024-2025 में 365 अभ्यर्थियों को लाभान्वित किया गया है। इनमें से 308 अभ्यर्थी विदेश में तथा 57 अभ्यर्थी देश में शिक्षा हेतु लाभान्वित हैं। उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेन्स योजना के तहत वितीय वर्ष 2024-25 में अब तक 106.44 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया है।