राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बहुमत मिलने के बाद से नए मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अलग अलग खेमों का शक्ति प्रदर्शन शुरू हो गया है,,,,,पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से सोमवार और मंगलवार को जयपुर में करीब 30 विधायकों ने मुलाकात की,,,,तो वहीं दसूरी और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी से लगभग 40 विधायकों ने मुलाकात की है,,,,जिसमें से 8 विधायक ऐसे हैं जो दोनों नेताओं से मिलने गए थे,,,,इनमें जोगाराम पटेल, अर्जुनलाल गर्ग, गुरवीर सिंह, शंकर सिंह रावत, गोपीचंद मीणा, बहादुर सिंह कोली, विजय सिंह चौधरी और मंजू बाघमार शामिल है,,,,
तो वहीं आपको बता दें मंगलवार को वसुंधरा राजे के समर्थक कालीचरण सराफ ने दावा किया की,,,,राजे से मिलने उनके घर पर करीब 70 विधायक पहुंचे थे,,,,अगर विधायकों की बात करे की राजे से मिलने कौन से विधायक उनके घर पर पहुंचे,,,,तो आपको बता दें मंगलवार को पचपदरा से अरुण चौधरी, लूणी से जोगाराम पटेल, भादरा से संजीव बेनीवाल, करौली से दर्शन सिंह, डेगाना से अजय सिंह और बहरोड़ से जसवंत यादव ने राजे से उनके आवास पर मुलाकात की है,,,,
राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद से अब सीएम रेस को लेकर शक्ति प्रदर्शन शुरू हो चुका है,,,,भाजपा में विधायक दल की बैठक दो से तीन दिन में हो सकती है,,,,,मुख्यमंत्री के लिए संसदीय बोर्ड जो नाम तय करेगी वह सभी को मान्य होगा,,,,संसदीय बोर्ड का कहना है की सीएम को लेकर गुटबाजी या शक्ति प्रदर्शन जैसी कोई बात नहीं है,,,,सूत्रों के मुताबिक मोदी के स्तर पर संसदीय बोर्ड के सदस्य सीएम का नाम तय करेंगे,,,,जहां उन चेहरों पर चर्चा होगी जिनकी स्वीकार्यता हो और उनकी वजह से 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी को फायदा मिले,,,,
बीजेपी में मुख्यमंत्री के फैसले को लंबा खींचने को लेकर सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं,,,,अब तक सीएम पर फैसला नहीं होने के पीछे का कारण केंद्रीय नेतृत्व की रणनीति को माना जा रहा है,,,,प्रदेश में सीएम की दौड़ में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, बाबा बालकनाथ, गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल और वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश माथुर का नाम शामिल हैं,,,,,ऐसे में अब देखने लायक होगा की आलाकमान राजस्थान में मुख्यमंत्री के पद के लिए किस पर भरोसा करता है और अगले पांच साल के लिए सत्ता की कुर्सी का ताज किसको पहनाता है