कल शिक्षक दिवस के अवसर पर जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान का आयोजन किया गया इस दौरान उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा के सम्मान में हुई भुल को लेकर को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सोशल मीडिया के अपने अकांउट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा की क्या श्री प्रेमचंद बैरवा के साथ यह भेदभाव उनकी सामाजिक पृष्ठभूमि एवं उनके दलित समुदाय से आने के कारण किया जा रहा है?
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सोशल मीडिया के अपने अकांउट एक्स पर पोस्ट करते हुए भजनलाल सरकार पर हमला बोला उन्होने अपनी पोस्ट में लिखा क्या श्री प्रेमचंद बैरवा के साथ यह भेदभाव उनकी सामाजिक पृष्ठभूमि एवं उनके दलित समुदाय से आने के कारण किया जा रहा है? पहले उनके कार्यभार संभालने में मुख्यमंत्री जी समेत कोई नहीं गया जबकि दूसरे उपमुख्यमंत्री के कार्यभार संभालने में सभी मौजूद थे। फिर उन्होंने सड़कों के मामले पर बेबस होना बताया क्योंकि कोई उनकी सुन नहीं रहा है। अब एक सार्वजनिक समारोह में उनका सम्मान तक नहीं किया गया। पता चलने के बावजूद भी उनका औपचारिक सम्मान नहीं किया गया। आखिर मुख्यमंत्री की उपस्थिति में दलित उपमुख्यमंत्री के साथ ऐसा व्यवहार कैसे किया जा सकता है? क्या भाजपा सरकार में दलितों की उपेक्षा इसी प्रकार की जाती रहेगी?
कल शिक्षक दिवस के अवसर पर जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान का आयोजन किया गया इस दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारि मंच पर मौजुद उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा का सम्मान करना भुल गए। जब इस भुल का अहसास हुआ तो मंच से माफी भी मांगी गई की उपमुख्यमंत्री का सम्मान करना भुल गए थे। फिर भी इस गलती को नही सुधारा गया । इसी को लेकर काग्रेंस नेता ओर राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सोशल मीडिया के माध्यम से भजनलाल सरकार पर निशाना साधा और भेदभाव का आरोप लगाया। वही उन्होने लिखा पहले उनके कार्यभार संभालने में मुख्यमंत्री जी समेत कोई नहीं गया जबकि दूसरे उपमुख्यमंत्री के कार्यभार संभालने में सभी मौजूद थे। अब एक सार्वजनिक समारोह में उनका सम्मान तक नहीं किया गया। पता चलने के बावजूद भी उनका औपचारिक सम्मान नहीं किया गया।