द नगरी न्यूज़ डेस्क : राजस्थान की सियासी गलियारो में इन दिनों किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे की चर्चाए हो रही है तरह तरह के कयास लगाए जा रहे है ये भी कहा जा रहा है की किसी बड़े पद की लालसा में डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने इस्तीफा दिया है लेकिन अब इन सब कयासो और चर्चाओं पर किरोड़ी लाल मीणा की पत्नी और पूर्व मंत्री गोलमा देवी ने चुप्पी तोड़ी है और इन कयासों पर विराम लगा दिया है
किरोड़ी लाल मीणा कि पत्नी गोलमा देवी ने एक मीडिया इंटरव्यू में सभी ही कयासों पर विराम लगा दिया है गोलमा देवी बोली की लोग अफवाहें फैला रहे हैं कि बड़े पद की लालसा में डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने इस्तीफा दिया है. लेकिन, ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसा होता तो जब वह खुद मंत्री थी, तब उन्होंने इस्तीफा दिया था. उन्होंने भी अपना इस्तीफा वापस नहीं लिया था. वसुंधरा सरकार में भी डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा इस्तीफा दे चुके हैं, तब भी वापस नहीं लिया गया, इसीलिए डॉक्टर किरोडी लाल मीणा को बड़े पद की कोई लालसा नहीं है. उन्होंने शुरू से जनता के लिए काम किया है. जनता के बीच रहकर किया है और आगे भी करेंगे. विधानसभा उपचुनाव को लेकर गोलमा देवी ने कहा पार्टी का प्रचार करेंगे, बाकी मुकद्दर की बात है. पार्टी के लिए तन मन से प्रचार करेंगे मतदाताओं के बीच में जाएंगे. रही बात पार्टी की तो हम पार्टी के कार्यकर्ता हैं. पार्टी का काम तो करना ही चाहिए.
गोलमा देवी आगे बोली की डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सीटों की जिम्मेदारी दी थी. डॉ. किरोड़ी लाल मीणा जनसभा में बयान दिया था, अगर दौसा लोकसभा सीट कन्हैयालाल मीणा चुनाव हारे तो मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा. कन्हैयालाल के चुनाव हारने की वजह से डॉ. साहब ने इस्तीफा दिया है. किरोड़ी लाल मीणा को मंत्री पद का लोभ नहीं है, इसीलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है. उनके लिए विधायक और मंत्री पद कोई मायने नहीं रखता है. उन्होंने पद पाने की लालच में इस्तीफा नहीं दिया, उनके तो सारे काम बिना विधायक और मंत्री पद के भी होते हैं.