सुना है किस्मत रातों-रात बदलती है, लेकिन क्या कभी देखा है की हर दिन मुफलिसी में जिंदगी जीने वाला परिवार जब सुबह उठा तो वो करोड़पति बन चुका हो, जी हां ये सुनने में सपने जैसा लगता है, लेकिन ये सच है, क्यों ऊपर वाला जब देता है तो छप्पर फाड के देता है, ऐसा ही कुछ हुआ है प्रतापगढ़ के इंदिरा कॉलोनी निवासी नरेंद्र दमामी के साथ
IPL 2024 नरेन्द्र के लिए सपने पूरा करने वाला साबित हुआ है, RCB और पंजाब के बीच खेले गए मुकाबले में नरेन्द्र ने ड्रीम 11 पर दो टीम बनाई और इन दोनों ही टीमों ने नरेन्द्र की किस्मत बदल दी, नरेन्द्र ने इस मुकाबले से कुल 1 करोड़ 40 लाख रुपये की ईनामी राशि जीती , सालों से ड्रीम 11 पर टीम बनाने वाले नरेन्द्र का सिस्मत अब जाकर खुली है
कई वर्षों से अपनी टीम बनाने वाले नरेंद्र ने 1 करोड़ 40 लाख का इनाम जीता है. नरेंद्र को इस बात का जरा भी पता नहीं था कि उसका नसीब इस कदर साथ देगा कि उसकी किस्मत ही बदल जाएगी. नरेंद्र दमामी अचानक से रातों रात करोड़पति बन गए हैं. नरेंद्र के एक करोड़ जीतने के बाद उसके बैंड बजाने का कार्य करने वाले पिता मन्नालाल दमामी भी बहुत खुश हैं
दरअसल नरेंद्र पिछले 2 सालों से Dream 11 में अपनी टीम बना रहे हैं, नरेंद्र को अपने आप पर भरोसा था कि वह एक न एक दिन जरूर एक करोड़ जीतेगा, यही कारण रहा कि दो वर्षों तक वह लगातार प्रयास करता रहा और अपनी टीम बनाता रहा
नरेंद्र का कहना है कि उसने पंजाब और बेंगलुरु के बीच हुए मैच में ड्रीम 11 पर टीम बनाई थी बेंगलुरु की जीत पर 1 करोड़ का सेकंड प्राइस जीता और साथ ही एक कॉन्टेस्ट टीम में 40 लाख रुपये की प्राइज मनी जीती है, एक ही टीम को दो अलग अलग कॉन्टेस्ट में लगाकर नरेंद्र एक ही दिन में दो विनिंग प्राइस जीते है जैसे ही नरेंद्र ने अपनी मम्मी-पापा को यह बात बताई, उनके खुशी का ठिकाना नहीं रहा. पूरे शहर के लोग उसके मम्मी-पापा को बधाई दे रहे थे
प्रतापगढ़ जिले में अबतक दो लोग जीत चुके हैं एक करोड़, लोगों की माने तो जिले में ड्रीम 11 में 1 करोड़ रकम जीतने वाला वह दूसरा विजेता बन गया है. नरेंद्र दमामी का कहना है कि ड्रीम 11 में टीम बनाना इतना भी आसान नहीं हैं, क्योंकि वह खुद दो वर्षों से अपनी टीम लगा रहा है. हालांकि अब जा कर उसका नसीब चमका है. वह बताते हैं कि सबसे बड़ी बात ड्रीम 11 में टीम बनाने के लिए दिमाग का सही इस्तेमाल करना होता है. नरेंद्र ने बताया कि जीते हुए 1 करोड़ 40 लाख में से टैक्स काटकर बाकी के 98 लाख रुपए उसके अकाउंट में आएंगे
नरेन्द्र की अगर बात की जाए तो नरेन्द्र परिवार के साथ एक किराये के मकान में रहते है और अपने परिवार के भरण पोषण के लिये उनके पिताजी मध्यप्रदेश के इंदौर में शादियों में बैंड बजाने का कार्य करते है तो वही नरेंद्र भी प्रतापगढ़ में एक बैंड में ड्रम पैड बजाते है, नरेंद्र ने बताया कि शादियों की सीजन में 500 रुपये तक देहाड़ी मिल जाती है आम दिनों में घर खर्च भी भारी पड़ता है, ऐसे में भगवान ने उनकी सुनी है और अब वे सबसे पहले अपना एक घर बनायेंगे