बॉक्स ऑफिस पर 350 करोड़ रूपये से ज़्यादा कमाई कर ग़दर मचाने वाले सनी देओल के बंगले की नीलामी होने जा रही है। ग़दर - 2 से धूम मचाने वाले सनी देओल को तब झटका लगा जब उन्हें एक बैंक का नोटिस मिला।
दरअसल मामला ये है कि बैंक ऑफ़ बड़ौदा के नोटिस के अनुसार उनका 56 करोड़ रूपये का बकाया चल रहा है। यह नहीं चुकाने पर सनी के जुहू वाले बंगले सनी विला को नीलाम किया जाएगा। बताया गया है कि उन्होंने साल 2016 में अपना बंगला गिरवी रखकर लोन लिया था। जिसमें उन्होंने अब तक 56 करोड़ रूपये नहीं चुकाए हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार लोन के गारंटर सनी देओल के पिता धर्मेंद्र और भाई बॉबी देओल थे।
बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने एक अखबार में जारी नोटिस में बताया कि सनी विला की अगले महीने 25 सितम्बर को ई-नीलामी की जाएगी। वहीं बैंक ने नीलामी के लिए रिज़र्व मूल्य 51.43 करोड़ रूपये रखा है। यह बंगला मुंबई के पॉश इलाके जुहू में गांधी ग्राम रोड पर स्थित है।
फिल्म ग़दर-2,,,, 350 करोड़ रूपये से ज़्यादा कमा चुकी है जिससे सनी देओल रातों-रात लाइम लाइट में आ गए और सितारे बन गए। लेकिन इस फिल्म से पहले सनी देओल के सितारे कई सालों से गर्दिश में थे। उनकी फ़िल्में बिलकुल भी नहीं चल रही थी। जिनमें "घायल - वन्स अगेन", "पॉस्टर बॉयज", "भैयाजी सुपरहिट", और "मोहल्ला अस्सी" जैसी फ़िल्में शामिल थी। वहीं दूसरी तरफ सनी देओल ने अपने बड़े बेटे करण देओल को फिल्म इंडस्ट्री में लांच करने के लिए साल 2019 में "पल पल दिल के पास" फिल्म का निर्देशन किया था। जबकि यह फिल्म भी बुरी तरह से फ्लॉप रही थी। अब वहीं "दोनों" नाम की फिल्म से उनके छोटे बेटे राजवीर देओल भी बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रहे हैं।
आपको यह भी बता दें कि कुछ दिन पहले सनी देओल के पिता धर्मेंद्र ने बॉलीवुड के बारे में बड़ी बात कही थी कि उन्हें और उनके परिवार को बॉलीवुड में कभी उनका ड्यू क्रेडिट नहीं मिला। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनके दोनों बेटे सनी और बॉबी देओल अपनी मार्केटिंग नहीं करते। उन्हें लगता है कि ना सिर्फ वो, बल्कि सनी और बॉबी भी अपने लिए अच्छा काम कर रहे हैं। अच्छा काम करने के बावजूद भी आज तक उनके परिवार के काम को बॉलीवुड में कोई स्वीकार नहीं करता।
धर्मेंद्र ने आगे कहा कि, ‘मेरे परिवार को कभी उसका ड्यू नहीं मिला। हमारा परिवार सिर्फ फैंस के प्यार के दम पर बॉलीवुड में टिका हुआ है। इंडस्ट्री में मुझे भी कभी मेरे काम के लिए याद नहीं किया गया। वहीं 1969 में रिलीज हुई मेरी फिल्म ‘सत्यकाम’ के लिए भी मुझे कभी कोई अवॉर्ड नहीं दिया गया। धर्मेंद्र का ये सब कहना, फैंस के लिए एक तरह से चौकानें जैसा है।