राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अब तक कई फिल्में बन चुकी हैं, लेकिन अब निर्देशक मनीष किशोर, महात्मा गांधी पर वेब सीरीज ‘द घोस्ट ऑफ गांधी’ बनाने जा रहे हैं। ये वेब सीरीज 8 एपिसोड की बनाई जाएगी। वहीं इस वेब सीरीज में सुरेंद्र राजन, महात्मा गांधी का किरदार निभाएंगे, जबकि डेजी शाह पत्रकार की भूमिका अदा करेंगी।
इनके अलावा इस वेब सीरीज में शारिब हाशमी और शरमन जोशी भी दिखेंगे। जबकि टीजर सीरीज की शूटिंग शुरू होने से पहले ही लॉन्च कर दिया गया है।
‘द घोस्ट ऑफ गांधी’ के माध्यम से बताया जाएगा गांधी का फलसफा
निर्देशक मनीष किशोर ने सीरीज के बारे में बताया कि मैंने महात्मा गांधी जी पर वेब सीरीज बनाने के बारे में सोचा और सुरेंद्र राजन से संपर्क किया। सुरेंद्र राजन को पूरी कहानी सुनाई और कहा कि ‘मैं जिंदगी में 15 बार गांधी बन चुका हूं। मुझे लगता है कि कुछ बार छोड़कर बाकी फिल्मों में गांधी जी की नकारात्मक छवि ही दिखाई गई है।’ गांधी का जो फलसफा हैं, वे उसे इस सीरीज के माध्यम से समाज के बीच लेकर आएंगे और बताएँगे कि आज के समाज में गांधी के दर्शन और आदर्श कैसे रिलेवेंट हैं।
गांधी के फलसफे पर कैसे एक बेहतर समाज एक बेहतर देश बन सकता, उसको दिखाने की कोशिश की जाएगी। उनके बारे में इस सीरीज में अलग और विस्तारपूर्वक उनका किरदार होगा। इस सीरीज के माध्यम से अपने अनुभव और सामर्थ्य के अनुसार, लोगों को थोड़ा हंसाकर, थोड़ा रुलाकर गांधी जी के बारे में बताने का हमारा मकसद है।
बचपन से गांधी के बारे में पढ़ता आया हूं: निर्देशक
मैं स्कूल के दिनों से ही गांधी का फैन रहा हूं। बचपन में सोचता था कि यह कैसा इंसान है, जो धोती पहनकर और लाठी लेकर घर-घर घूम रहा है। उनको पूरा देश बापू कहकर बुलाता है और नोटों पर उनकी तस्वीर है। ये सब देखकर उनके बारे में जानने की और जिज्ञासा होती थी। इसी के बाद सोचा कि गांधी जी के बारे में ज़्यादा से ज़्यादा जानने की कोशिश करूं।
बुक फेयर में मुझे एक किताब मिली, जो गांधी की युवा उम्र की फोटो बायोग्राफी थी। इसके कवर पर कोट-पैंट पहने और मूंछ रखे हुए उनकी तस्वीर छपी हुई थी। यही से मेरी दिलचस्पी उनमें बढ़ने लगी और उन पर आई तमाम किताबें पढ़ते चला गया।
उनके बारे में नेट पर उनके जीवन के साल-दर-साल पर 500-500 पन्ने की एक-एक किताब है। इस किताब के कुल 100 वॉल्यूम हैं। इसमें उनकी चिटि्ठयों से लेकर उनके भाषण और वस्तुओं आदि का संग्रह है। मेरा मानना है कि उनके बारे में अगर ठीक से जानकारी हासिल हो जाए, तो उन्हें गांधी नहीं, गांधी जी कहकर बुलाएंगे।
गांधी जी की घड़ी, चश्मा, चरखा आदि क्रिएटिव टीम ने बनाया
गांधी जी का चरखा, चश्मा, लाठी, खड़ाऊं, घड़ी आदि सामान को क्रिएटिव टीम से बनवाया गया है। टीजर में पर्दा आदि हटाने के बाद जो घड़ी दिखती है, अगर उसे गौर से देखेंगे, तो उसमें जो समय नजर आ रहा है, वह गांधी जी के मरने का समय है। उनकी किताबों और चरखा आदि सामान पर जाला और धूल दिखाने का आशय यह है कि आज उनके आर्दशों और फलसफे पर धूल सी जम गई है।
इस सीरीज में डेजी शाह और शारिब हाशमी धूल हटाने की कोशिश करते नजर आएंगे। आखिर में एक बकरी भी दिखाई देती है। गांधी जी के पास एक सफेद बकरी थी, जिसका नाम निर्मला था। उनके ज्यादातर सामान को दिखाने का आशय यह है कि यहीं कहीं पर गांधी जी का भूत है। यह भूत नहीं, बल्कि गांधी जी की आत्मा है।
सुरेंद्र राजन बनेंगे गांधी जी और पत्रकार की भूमिका में होंगी डेजी शाह
एक बार फिर से सुरेंद्र राजन गांधी जी की भूमिका निभाएंगे। डेजी शाह संवेदनशील पत्रकार की भूमिका अदा कर रही हैं। उन्हें गांधी का भूत मिल जाता है। डेजी शाह बहुत ईमानदार कलाकार हैं। वही शारिब हाशमी एक सामाजिक कार्यकर्ता का किरदार कर रहे हैं, जो गांधी जी की फलसफे में विश्वास करते हैं। सीरीज में शरमन जोशी भी हैं, जो नकारात्मक किरदार में नजर आएंगे।
गांधी जी पर सीरीज बनाना था जोखिमभरा
मुझे जोखिम इसलिए नहीं लगता है, क्योंकि हर किसी को नया देखने का शौक है। अगर ईमानदारी से एक अच्छा उत्पाद की रचना करते हैं, तो उसमे मनोरंजन के साथ-साथ जानकारी भी होना ज़रूरी है, तभी इसे दर्शक देखना पसंद करेंगे। इसमें जोखिम बिल्कुल नहीं है, बल्कि लोग इसे बेहद पसंद करेंगे। वेब सीरीज की खास बात ये है कि इसमें कई परतें होंगी। जिसमें कॉमेडी और ड्रामा सहित सारे नव रस देखने को मिलेंगे।