एंटरटेनमेंट
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हम सब ने अक्सर ये डायलाग सुना होगा कि बाप,,, बाप होता है और एक दूसरा ये कि सुन ले बेटा पाकिस्तान,,,,, बाप है तेरा हिंदुस्तान।
आज एक और डायलोग मार्केट में नया आ गया है कि बेटे से बात करने से पहले,,,,, बाप से बात कर...
आज आखिर किंग खान शाहरुख़ खान की मस्ट अवेटेड फिल्म ‘जवान’ थिएटर में आ ही गई और सुबह सुबह ही सिनेमा हॉल फुल नजर आयें। लेकिन ये फिल्म सिर्फ शाहरुख़ खान की ही नहीं है ये फिल्म शाहरुख़ की जितनी विजय सेतुपति की भी है तो उतनी ही नयनतारा, सान्या मल्होत्रा, प्रियामणि और लहर खान सबकी है।
कहते हैं कि फिल्म बनाना आसान है लेकिन फिल्म को कहानी के माध्यम से आखिर तक दर्शक को जोड़े रखना आसान काम नहीं है। फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ सोशल मेसेज भी दे दे तो फुल पैसा वसूल फिल्म मानी जाती है।
“तू थोड़ी देर मार खा,,,, मैं आईडिया लेके आता हूँ,,, इस डायलोग ने मुझे भी सोचने पर मजबूर कर दिया कि इस फिल्म के बारे में बोलना कहाँ से शुरू करूँ। तो पहले बात मनोरंजन की कर लेते हैं कि जवान फिल्म मनोरंजन के नाम पर कैसी फिल्म है। तो मनोरंजन के नाम पर विद्या बालन की फिल्म की वो लाइन याद आती है कि एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट और एंटरटेनमेंट। ये मूवी पूरी तरह से एंटरटेनमेंट करती है। लगभग 3 घंटे की मूवी में ऐसा लगता है कि कहीं भी नजर हटी तो दुर्घटना घटी।
फ़िल्म की कहानी तो, कई जगह तो स्टोरी सिंपल लगती है पर उस सिंपल को भी ऐसे दिखाया है कि वाकई में यकीन हो जाता है कि वाकई में सिनेमा और एंटरटेनमेंट होता क्यों है तो इसलिए कहानी तो हम आपको नहीं बतायेंगे पर ये कहानी एंड तक बांधे रखती है और सस्पेंस भी अच्छा बनाये रखती है।
जैसे इस फिल्म के ऐसे डायलोग पर बात करते हैं कि “वाइफ को बोल के आया हूँ कि संध्या को टाइम पर आऊंगा”,”उस दिन मरने का मूड नहीं था पर आज मारने का मूड है”, ‘नायक नहीं खलनायक हूँ”, “अगर सिस्टम ठान ले तो 10 साल का काम 5 घंटे में कर सकता है”, ये बातें ऐसी है जो सीधे दिल से जुड़ जाते हैं।
हम एक्टिंग की बात करें उससे पहले हम इस फिल्म की कहानी के बारे में हल्का सा जान लेते हैं। ये फिल्म पूरी तरह से जनता, किसानों और शहीदों को डेडीकेट है। एक एक मुद्दे खुल कर उठाये है और कहानी को एक जवान के साथ जोड़ रखा ताकि देशप्रेम भी हम देख सकें। कहानी इतनी बेहतरीन तरीके से लिखी गई है कि ये पूरी “एटली” की फिल्म है, जो छोटे-छोटे सस्पेंस के साथ आगे बढती है। इसलिए एटली ने फिर से बता दिया कि क्यों वो अपनी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं।
अब रही एक्टिंग की बात तो सबने आग लगा के रख दी और एंटरटेनमेंट का लेवल 100 % तक ले गए। शाहरुख़ खान, विजय सेतुपति, नयनतारा, प्रियामणि, सान्या मल्होत्रा के अलावा दीपिका पादुकोण और संजय दत्त का गेस्ट रोल भी छोटा पर लाजवाब है। इसमें शाहरुख़ खान का डबल रोल फिल्म में जान फूंक देता है। जो देखते ही बनता है। सेतुपति ने खलनायक संजय दत्त की याद दिला दी जो खलनायक में पूरी तरह फिट ही नहीं बैठे, बल्कि उन्होंने अपने आप को आने वाली फिल्मों के लिए इशारा कर दिया है कि वे हीरो के सबसे बड़े दुश्मन होने वाले है।
इतना ही नहीं, ये जवान तो देख ही लोगे पर इसके दुसरे पार्ट के भी तैयार रहना जो जल्द ही आ सकता है।
हमारी तरफ से फिल्म को 5 में से 4.5 स्टार मिलेंगे और बाकी आपने मूवी देख ली है तो आप बताये कि आपको ये मूवी कैसी लगी और नहीं देखी है तो ये बताएं कि आप ये फिल्म देखने जा रहे हैं या नहीं।