कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से बलात्कार एवं हत्या की घटना को लेकर जयपुर महिला संगठन और डॉक्टर्स द्वारा विरोध मार्च और प्रदर्शन किया गया। वही कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और मर्डर केस के विरोध में देशभर में डॉक्टरों की हड़ताल आज 9वें दिन भी जारी है।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से बलात्कार एवं हत्या की घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश है वही कल जयपुर में भी महिला संगठन और डॉक्टरों ने एसएमएस अस्पताल से अमर जवान ज्योति तक विरोध मार्च निकाला। इस दौरन डॉक्टरों ने स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के लिए बेहतर सुरक्षा कानूनों की मांग करने के लिए नारे लगाते हुए पोस्टर और बैनर पकड़े हुए थे- ‘उन लोगों को बचाओ, जो तुम्हें बचाते हैं’ और ‘न्याय में देरी न्याय से वंचित है’ जैसे नारे लगाते हुए विरोध मार्च निकाला। वही महिला संगठन और डॉक्टरों ने इस अमानवीय कृत्य की कड़ी निंदा की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। जयपुर के प्रमुख स्थानों पर हुए इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी के दौरान एक पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई, जिसके बाद देश भर में मेडिकल समुदाय ने हड़ताल और विरोध प्रदर्शन किया। 14 अगस्त को, आरजी कर में विरोध स्थल और अस्पताल परिसर में भीड़ ने तोड़फोड़ की, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों को भीड़ को तितर-बितर करना पड़ा। चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच, कोलकाता पुलिस ने 18 अगस्त से सात दिनों के लिए मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के आसपास धारा 163 लागु कर दि गई।
कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से बलात्कार एवं हत्या की घटना को लेकर डॉक्टर देशव्यापी हडताल पर है वही केंद्र सरकार ने डॉक्टरों से काम पर वापस लोटने की अपील की है वही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को डॉक्टरों से हड़ताल समाप्त करने को कहा और उन्हें आश्वासन दिया कि स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा उपायों का प्रस्ताव देने के लिए एक समिति गठित की जाएगी। केंद्र के अनुसार, इस समिति में राज्य सरकारों सहित सभी संबंधित हितधारकों के सुझाव शामिल होंगे, जिन्हें अपने सुझाव साझा करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।