भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा देश के पूर्व राष्ट्रपति एवं मिसाइल मैन और भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर प्रदेशभर में कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके तहत आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हमीद खान मेवाती के नेतृत्व में पुष्पाजंलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें मुख्य अतिथि मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य एवं राजस्थान प्रदेश प्रभारी जोसेफ जॉन हॉकिंस रहें।
मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हमीद खान मेवाती ने कहा कि भले ही डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम आज हमारे बीच नहीं हैं, फिर भी हम हर समय अपने आस-पास उनकी उपस्थिति महसूस कर सकते हैं, उनके द्वारा किए गए विकास कार्य और उनकी विरासत आज भी हमें उनकी याद दिलाती है। डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने समाज में अपने अपार योगदान से राष्ट्र पर एक उल्लेखनीय छाप छोड़ी है।
मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य एवं राजस्थान प्रदेश प्रभारी जोसेफ जॉन हुकिंस ने कहा कि डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का भारत को एक विकसित राष्ट्र के रूप में देखने का दूसरा दृष्टिकोण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2047 तक इस उपलब्धि को साकार करने के सरकार के लक्ष्य के अनुरूप है। पीएम मोदी द्वारा इस दिशा में लगातार किए जा रहे प्रयास और पहल डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के आदर्शों को दर्शाते हैं, क्योंकि राष्ट्र विकास और समृद्धि के इस साझा दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहा है।
मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एम. सादिक खान ने बताया कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार थी, जिसने डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया था। भारत को मजबूत राष्ट्र बनाने के लिए समर्पित एक राष्ट्रवादी, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के लिए एक आदर्श विकल्प थे, जिन्होंने उन्हें भारत का राष्ट्रपति बनाने का निर्णय किया था।
मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. मजीद मलिक कमाण्डो ने कहा कि देश की जनता के बीच टी.वी., कपड़े और तकनीक जैसे विदेशी उत्पादों के लिए बढ़ती मांग को देखते हुए डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने आत्मनिर्भर के सिद्धांत पर अमल किया। जो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘‘मेक इन इंडिया’’, ‘‘वोकल फॉर लोकर’’ और ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ का दृष्टिकोण डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की भावना के अनुरूप है, जो आत्मनिर्भरता और स्वदेशी विनिर्माण इकोसिस्टम के विकास पर जोर देते हैं।