आज अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत की बैठक महासंघ कार्यालय में हुई, जिससे दिल्ली से आये राष्ट्रीय महासंघ ईप्सेफ के महासचिव प्रेमचन्द्र ने बताया कि सरकार द्वारा जो कर्मचारियों के लिए पेंशन हेतु यूपीएस घोषित की गई वो कर्मचारियों के साथ छलावा है, यह स्कीम भी एनपीएस की तरह ही है इसे देश का कर्मचारी इसे स्वीकार नहीं करेगा
अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र राणा एवं महासंघ प्रमुख महेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्थान में ओपीएस लागू है , ऐसे में राज्य कर्मचारी को चिंतित होने की जरूरत नहीं है अगर फिर भी सरकार यूपीएस जबरदस्ती लागू करने की कोशिश करतीं हैं तो कर्मचारीयों को संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा।
कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महामंत्री विपिन प्रकाश शर्मा ने उदाहरणार्थ बताया कि किसी कार्मिक का वर्तमान में बेसिक वेतन 1 लाख है ओर डीए 50 फीसदी तो ओपीएस में बेसिक का आधा 50 हजार तथा डीए मिलाकर पेंशन 75 हजार रुपए बनेंगी, वहीं यूपीएस में बेसिक वेतन एक लाख पर 12 माह की औसत से 48 हजार रुपए पेंशन तथा औद्योगिक एरियर जो कि 4 फीसदी के आसपास है तो लगभग 50 हजार पेंशन बनेंगी, वहीं दूसरी और बात करें तो यूपीएस में कार्मिक का अंशदान 10 फीसदी रहेगा तथा सरकार का अंशदान 18.5% रहेगा इस प्रकार अगर किसी कार्मिक की 1 लाख प्रति माह की सैलरी है तो 25 वर्ष में करीब 85.50 लाख राशि जमा होगी और जब कर्मचारी सेवानिवृत्ति होगा तो उसके अंशदान में यूपीएस में उसे 7:50 लाख रुपए वापस मिलेंगे इस प्रकार करीब 78 लाख रुपए सरकार के पास रहेंगे
अगर बात करें तो 78 लाख रुपए पर बैंक की ब्याज दर 9 प्रतिशत ब्याज दर से बात करें तो करीब 7 लाख रुपए वर्ष भर का बनता है तथा सरकार 50 हजार प्रति माह से वर्ष भर में 6 लाख रुपए पेंशन देगी, वहीं कर्मचारियों की मृत्यु होने के बाद यह 78 लाख रुपया सरकार अपने पास रख लेगी ऐसे में यह स्कीम कर्मचारी के लिए बिल्कुल छलावा सिद्ध होगी, शर्मा ने कहा अगर राजस्थान में इसे लागू किया जाता है तो निश्चित रूप से कर्मचारी उद्वेलित होगा और OPS के लिए संघर्ष करेगा!