द नगरी न्यूज़ डेस्क। प्रदेश में पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी और हीटवेव से आमजन का हाल बेहाल है जिसको लेकर प्रशासन प्रदेश में हर संभव गर्मी से बचने के प्रयास कर रहा है जिसको लेकर भजनलाल सरकार भी प्रदेश में एक्टिव नज़र आ रही है और लगातार बैठक और हर क्षेत्र की समीक्षा कर रही है लेकिन आपको बता दे कि प्रदेश में पिछले दो दिन से पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) एक्टिव होने से भीषण गर्मी और हीटवेव से आमजनता को राहत मिली है लेकिन आगामी दशा- दिशा को देखते हुए प्रशासन अभी भी लगातार बैठक और समीक्षा कर रहा है
जयपुर संभाग में भीषण गर्मी और हीटवेव से आमजन को राहत दिलाने के लिए संभागीय आयुक्त डॉ.आरुषि मलिक (Dr Arushi Malik) की अध्यक्षता में शुक्रवार को समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में संभागीय आयुक्त ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से जयपुर संभाग में पेयजल व्यवस्था, जल जीवन मिशन के तहत लंबित विद्युत कनेक्शन, सहित अन्य विषयों पर चर्चा की। डॉ.आरुषि ने अधिकारियों को जल आपूर्ति के दौरान चेकिंग के समय पायी गई अनियमितताओं के निस्तारण करने के निर्देश दिये। साथ ही स्वीकृत ग्रीष्मकालीन आकस्मिक कार्य एवं अन्य स्वीकृत कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करने के लिए भी निर्देशित किया।
डॉ.आरुषि ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से संभाग में विद्युत आपूर्ति एवं अन्य संबंधित विषयों पर चर्चा की। डॉ.आरुषि ने बताया कि बिजली एवं पानी बचाने हेतु आईईसी गतिविधियां की जाए। इसमें स्वयं सेवी संगठनों,औद्योगिक संगठनों का भी सहयोग लिया जाए। इस दौरान डॉ. मलिक ने अधिकारियों को संभाग में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने एवं नियंत्रण कक्ष में प्राप्त होने वाली शिकायतों का त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण के निर्देश दिये
संभागीय आयुक्त ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (Medical and Health Department) के अधिकारियों से गर्मी एवं हीटवेव के साथ-साथ मौसमी बीमारियों से जुड़ी व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस दौरान डॉ.आरुषि मलिक ने अधिकारियों को राजकीय अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों में मरीजों से जुड़ी आवश्यक इंतजाम, सफाई व्यवस्था, दवाओं, चिकित्सकीय उपकरणों एवं नर्सिंग कार्मिकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
डॉ.आरुषि मलिक ने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों द्वारा गांवों में जल स्रोतों का चिन्हीकरण किया जाये एवं यथासंभव जल स्रोतों के पास वृक्षारोपण किया जाये। वृक्षारोपण हेतु प्रत्येक व्यक्ति को प्रेरित किया जाये एवं आने वाले मानसून में 'एक व्यक्ति-एक पेड़' अभियान प्रारम्भ किया जाए। वनीकरण, वृक्षारोपण कार्यों, मानसून में पौधारोपण अभियान की तैयारियों एवं विभागवार पौधरोपण के निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार ही नहीं अपितु लक्ष्य से अधिक पौधारोपण किये जाने के प्रयासों के साथ-साथ इनका रख-रखाव भी सुनिश्चित करने के निर्देश प्रदान किए गए।
बैठक में आरुषि मलिक ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को गौशालाओं एवं संभाग के अन्य स्थलों पर जीव जन्तुओं के लिए पेयजल, खाद्य सामग्री, दवाइयों की व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश जारी किये। साथ ही अधिकारियों को समाचार पत्रों में प्रकाशित बिजली, पानी एवं स्वास्थ्य संबंधी शिकायत एवं समस्याओं का सकारात्मक रूप से समाधान करते हुए आमजन को राहत प्रदान करें। बैठक में बिजली विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग (Public Works Department), वन विभाग एवं पशुपालन विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।