जयपुर—राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप और महात्मा गांधी सेवा प्रेरक भर्ती कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा के बयान पर अब बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर अपने चहेतों को सरकारी खजाने से लाभ पहुंचाने का काम किया है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण राजीव गांधी स्टडी सर्किल है जिसमें कांग्रेस विचारधारा से जुड़े शिक्षकों को जोड़ा गया। बीजेपी ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में स्टडी सर्किल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष गर्ग और तत्कालीन शिक्षा मंत्री पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा पर पेपर लीक मामले में गंभीर आरोप लगे थे। प्रदेश की जनता ने पांच साल के लिए भाजपा को जनादेश दिया है। जबकि कांग्रेस ने पांच साल जनता के साथ छल किया इसका जबाब चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिल चुका है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच का कहना है कि सुभाष गर्ग जब माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष पद पर थे तब इनके ऊपर उत्तर पुस्तिकाओं में घोटाले के आरोप भी लगे थे। वहीं पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली पर भी पेपर लीक के आरोप लगे थे जो कि राजीव गांधी स्टडी सर्किल संगठन से जुड़े हुए थे। कांग्रेस सरकार के समय प्रमुख पदों पर नियुक्तिओं में स्टडी सर्किल से जुड़े लोगों को प्राथमिकता दी गई। स्टडी सर्किल के लोगों को ही नियमों को ताक पर रखकर असवैंधानिक रूप से पेपर लीक के पर्यवेक्षण का कार्य सौंपा गया। ईडी द्वारा पेपर लीक मामले में राजीव गांधी स्टडी सर्किल के स्टेट को-ऑर्डिनेटर डॉ. बनय सिंह से पूछताछ भी की गई थी।