एसआई ( SI ) भर्ती में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा होने और आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने के बाद भी भर्ती परीक्षा रद्द नहीं होने के चलते अब प्रदेश के युवाओं में आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है, युवाओं ने प्रदेश सरकार से जल्द से जल्द फैसला लेते हुए एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग तेज कर दी है, इसके साथ ही भर्ती परीक्षा रद्द नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी युवाओं ने दे डाली है
राजस्थान युवा शक्ति बेरोजगार महासंघ अध्यक्ष मनोज मीणा ने प्रेसवार्ता करते हुए एसआई भर्ती को रद्द करने की मांग उठाई है, इसके साथ ही मनोज मीणा ने उन 12 बिंदुओं को भी मीडिया के सामने रखा जिसके आधार पर भर्ती को जल्द से जल्द सरकार द्वारा रद्द करने का फैसला लिए जाने की मांग की है
महासंघ अध्यक्ष मनोज मीणा ने आरोप लगाया की एसआई भर्ती में इतने बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े का खुलासा होने साथ ही करीब 100 गिरफ्तारी होने के बाद भी सरकार इस भर्ती को रद्द करने का फैसला क्यों नहीं ले रही है, जबकि गिरफ्तार आरोपियों से साफ हो गया है की भर्ती में डमी अभ्यर्थियों के बैठने के था ही पेपर पहले परीक्षा से पहले ही आउट हो गया था
1- SOG की FIR समेत कुल 12 FIR दर्ज 8 में चार्जशीट पेश बीकानेर वाली CS में पेपर लीक माना है, इस बारे में सुप्रीम कोर्ट की एक गाइडलाइन हैं कि किसी भर्ती परीक्षा में 5 या अधिक FIR दर्ज होती हैं तो यह माना जाए कि प्रक्रिया पारदर्शी न रहकर दूषित हो गयी हैं इसलिए भर्ती रद्द की जाए
3- लीक करने का मुख्य आरोपी पंकज चौधरी उर्फ यूनिक भाम्बू अभी अरेस्ट नहीं हुआ तब भी 32 ट्रेनी SI गिरफ्तार हो चुके हैं यानी पेपर लीक बड़े स्तर पर हुआ हैं
4- बाबूलाल कटारा जो अभी न्यायिक अभिरक्षा में हैं वह 23/01/2023 से 06/04/2023 तक SI भर्ती के इंटरव्यू पैनल में शामिल रहा था व कुछ गिरफ्तारशुदा ट्रेनी SI का व्यवहारिक ज्ञान देखकर इंटरव्यू में घालमेल की आशंका पुख्ता नजर आ रही हैं जैसे फर्स्ट रैंकर को 42 में से 34 नम्बर देना जबकि वो पेपरलीक में अभी JC हैं
5- नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया SI भर्ती के संदर्भ में पूर्णतः इल्लीगल हैं क्योंकि इसका जिक्र न तो भर्ती विज्ञापन में था न ही इसका उल्लेख पुलिस भर्ती नियम 1989 में हैं, सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है कि यदि भर्ती नियमों व भर्ती विज्ञापन से इतर नियम अपनाए जाएं तो नॉर्मलाइजेशन इल्लीगल माना जाए। (UP दरोगा भर्ती वाद 2020) नॉर्मलाइजेशन भी अवैज्ञानिक तरीके से किया गया क्योंकि टॉप 100 में शिफ्ट वाइज देखा जाए तो 10:28:62 व कुल चयन 850 को देखा जाए तो रेशियो 16:32:52 है जोकि पहली शिफ्ट के साथ स्पष्ट धोखा है
7- सूत्रों से पता चला है कि रामूराम राइका के पुत्री व पुत्र की खाली OMR शीटें RPSC में परीक्षा के बाद भरी गई, क्योंकि रामूराम राइका पिछले 6 सालों से RPSC सदस्य था
8- सुरेश ढाका जो कि रीट, सेकंड ग्रेड व SI भर्ती में वांछित आरोपी हैं अभी पकड़ा नहीं गया जो स्वयं स्कूल में वाइस प्रिंसिपल था उसी स्कूल का LDC ही SI भर्ती का स्टेट टॉपर हैं व अभी पेपर लीक में ही JC हैं
9-दर्ज 12 FIR व कोर्ट में दाखिल चार्जशीट का विश्लेषण करने से स्पष्ट जाहिर होता है कि 13 Sept का पेपर बीकानेर से व 14 Sept व 15 Sept का पेपर जयपुर से लीक हुआ हैं
10- यदि भर्ती रद्द नहीं होती हैं तो लचर न्यायिक व्यवस्था का फायदा उठाकर अभी जो 32 ट्रेनी जेल में हैं वो भी कालांतर में वापस जॉइन कर लेंगे
11- RPSC का नियम हैं कि यदि पेपर भर्ती परीक्षा शुरू होने से पहले बाहर आ जाए अथवा सोशल मीडिया के माध्यम से किसी नकल गैंग तक पहुंच जाए तो भर्ती परीक्षा रद्द की जाती हैं
12. पेपर माफियाओं के ऊपर नये कानून के तहत कार्यवाही होनी चाहिए