श्री कृष्ण जन्माष्टमी 6 सितंबर को मनाया या 7 सितंबर को इसलिए कर असमंजस की स्थिति दूर हो गई है। कृष्ण जन्मभूमि से लेकर छोटी काशी तक जन्माष्टमी का पर्व 7 सितंबर को ही मनाया जाएगा। जिसे लेकर शहर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर प्रांगण में तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है। खास बात ये है कि तेज गर्मी को देखते हुए इस बार मंदिर में बिछायत और शेड की भी व्यवस्था की गई है।
हर साल जन्माष्टमी पर गोविंद देव जी मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु ठाकुर जी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इस बार भी मंदिर में यही माहौल रहेगा। ऐसे श्रद्धालुओं को अपने भगवान के दीदार करने में किसी तरह की परेशानी ना हो इसको मद्देनजर रखते हुए मंदिर प्रशासन की ओर से झांकियों का समय बढ़ाया गया है। सुबह 4:30 बजे से रात को 12:30 बजे तक 9 झांकियां होंगी। जिसमें एक झांकी अगले दिन 8 सितंबर की मंगला झांकी को भी शामिल किया गया है।
जन्माष्टमी पर ये रहेगा दर्शन का समय :
मंगला आरती - सुबह 4:30 से 6:45
धूप आरती - सुबह 7:30 से 9:30
शृंगार आरती - सुबह 9:45 से 11:30
राजभोग आरती - सुबह 11:45 से दोपहर 1:30
ग्वाल आरती - शाम 4:00 से 6:30
संध्या आरती - शाम 6:45 से 8:30
शयन आरती - रात 9:15 से 10:30
मंगला आरती (8 सितम्बर) -रात 11:00 से 11:15
तिथि पूजा और अभिषेक - रात 12:00 से 12:30
वहीं पूरे मंदिर प्रांगण में अभी से विभिन्न संकीर्तन मंडलों की ओर से सत्संग और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की बयार बह रही है। पूरे मन्दिर को 'बधाई है' की पताकाओं से सजाया गया है। सुरक्षा व्यवस्था की अगर बात करें तो यहां हाल ही में पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने मंदिर परिसर का जायजा लेते हुए मेटल डिटेक्टर गेट इंस्टॉल करने और मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं की मेटल डिटेक्टर मशीन से जांच कर प्रवेश देने के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही प्रवेश द्वार से मुख्य मंदिर परिसर तक बैरिकेडिंग की गई है। ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ को कंट्रोल किया जा सके और भक्त अपने भगवान के आसानी से दर्शन कर सकें।
वहीं स्थानीय विधायक और मंत्री महेश जोशी ने बताया कि यहां ठाकुर जी के दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस महापर्व के दौरान कोई अप्रिय घटना ना हो इसे मद्देनजर रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबंद की जाएगी। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को तेज गर्मी से बचाने के लिए बिछायत और शेड की भी व्यवस्था की जा रही है। वहीं मंदिर प्रशासन ने बताया कि यहां पुलिस प्रशासन के अलावा मंदिर प्रशासन की ओर से 1000 स्वयंसेवक व्यवस्था संभालेंगे। इसके अलावा ठाकुर जी के लाइव दर्शन करने की भी व्यवस्था की गई है। बुजुर्गों के लिए व्हीलचेयर और प्रसाद वितरण के लिए अलग मंच सजाया गया है।
आपको बता दें कि 31 तोपों की गर्जना के साथ भगवान का जन्मभिषेक शुरू होगा। ठाकुर श्री जी का दूध, दही, घी, बूरा और शहद से अभिषेक किया जाएगा। इस दौरान वेद पाठ भी होगा। वहीं अगले दिन नंदोत्सव के बाद शाम को परकोटा क्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण की शोभायात्रा निकाली जाएगी।