द नगरी न्यूज़ डेस्क : राजस्थान में अगर पिछले 5 सालों की बात की जाए जब कांग्रेस की सरकार राजस्थान में थी उस समय करीब डेढ दर्जन भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक तो हुए ही साथ ही परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी बैठाने का खेल भी खेला गया, जिससे प्रदेश के लाखों युवाओं के नौकरी का सपना चकनाचूर हुआ, लेकिन जैसे ही राजस्थान में भजनलाल शर्मा की एंट्री हुई पिछले 5 सालों में भर्तियों में जितना भी फर्जीवाड़ा हुआ उनकी परतें खुलने लगी है, वहीं अब SOG को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है, CHO , JEN , SI सहित दर्जन भर भर्तियों में डमी अभ्यर्थी बैठाने वाले शातिर मास्टर माइंड रिंकू शर्मा एसओजी की हत्थे चढ़ गया है
भर्ती परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी बैठाने के मामले में गिरफ्तार हुआ रिंकू शर्मा डमी कैंडिडेट की ठेकेदारी करता था, ऐसे में रिंकू शर्मा की गिरफ्तारी एसओजी के लिए एक बड़ी उपलब्धि के रूप में मानी जा सकती है, रिंकू शर्मा पेपर लीक माफिया हर्षवर्धन मीणा का मुख्य सहयोग भी है, एसओजी की ओर से रिंकू शर्मा पर 50 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया हुआ है, एसओजी ने रिंकू शर्मा ( Rinku Sharma ) को बांसखो से गिरफ्तार किया
दौसा में पेपर लीक मामले में लम्बे समय से रिंकू की तलाश पुलिस को थी, लेकिन रिंकू शर्मा 9 बार पुलिस को चकमा दे चुका है, इसके साथ ही एसओजी भी रिंकू की तलाश में लगातार जुटी थी, लेकिन सफलता नहीं मिलने के बाद एसओजी की ओर से रिंकू शर्मा पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया, रिंकू के शातिरानापन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की दबिश से पहले ही रिंकू को पूरी सूचना पहुंच जाती थी
आरोपी रिंकू शर्मा की गिरफ्तारी के बाद अब एसओजी को पेपर लीक मामले में कई अहम खुलासे होने की उम्मीद है. रिंकू शर्मा और पेपर लीक माफिया हर्षवर्धन मीणा पर CHO, JEN, सब-इंस्पेक्टर समेत करीब 1 दर्जन भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक और डमी कैंडिडेट बैठाने का आरोप है.
एसओजी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीलाल मीणा की अगुवाई में एसओजी की टीम ने रिंकू शर्मा को पकड़ने के लिए कई जगहों पर छापेमारी की लेकिन शनिवार को पेपर लीक के आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी जिसकी भनक रिंकू शर्मा को नहीं लगी. उसे जयपुर जिले के बांसखो के समीप से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद एसओजी ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर दिया. जिसके बाद उसे 4 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है.