किसी भी प्रदेश में अगर सबसे पहले बात आती है तो चिकित्सा और शिक्षा की, क्योंकि अगर इन दोनों क्षेत्रों में कोई प्रदेश बेहतर प्रदर्शन करता है तो उस प्रदेश की ना सिर्फ साख में इजाफा होता है साथ ही उस प्रदेश में संभावाएं भी बढ़ जाती है, इसी कड़ी में राजस्थान की बीजेपी सरकार की ओर से प्रदेश के लोगों को बेहतर चिकित्सा सेवाएँ देने की ओर कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं, साथ ही अधिकारियों को भी अब सीट पर बैठकर आदेश जारी करने से इतर फील्ड में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लेने के सख्त निर्देश हैं
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से गुरूवार को प्रदेशभर में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए व्यापक निरीक्षण एवं जागरूकता अभियान संचालित किया गया, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह के निर्देशन में संचालित इस अभियान के तहत चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की लगभग 250 टीमों ने प्रदेशभर में एक साथ करीब 500 चिकित्सा संस्थानों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण किया
अभियान के तहत चिकित्सा संस्थान के भवन की स्थिति, साफ-सफाई, प्रसूति नियोजन दिवस, गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण तथा मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को लेकर चिकित्सा संस्थान की उपलब्धि आदि को देखा गया, निरीक्षण के दौरान चिकित्सा संस्थानों की मौसमी बीमारियों एवं लू व तापघात से निपटने की तैयारियों का भी अवलोकन किया गया
अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ( Shubhra Singh ) ने जयपुर ( Jaipur ) जिले के चाकसू स्थित उप जिला अस्पताल का निरीक्षण किया, उनके साथ निदेशक आरसीएच डॉ. सुनीत सिंह राणावत ( Dr. Suneet Singh Ranawat ) भी मौजूद थे, शुभ्रा सिंह ने यहां ओपीडी एवं आईपीडी में उपलब्ध करायी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का अवलोकन किया, शुभ्रा सिंह लेबर रूम, जनरल वार्ड, पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड, आपातकालीन इकाई, ट्रोमा सेन्टर, पीडियाट्रिक सेमी आईसीयू सहित अस्पताल के सभी कक्षों का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति देखी, शुभ्रा सिंह शौचालयों में साफ-सफाई की स्थिति भी देखी और निर्देश दिए कि साफ-सफाई व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए क्यूआर कोड सिस्टम लागू किया जाए।
निरीक्षण के दौरान शुभ्रा सिंह ने उपस्थिति रजिस्टर एवं ड्यूटी रोस्टर रजिस्टर को भी चेक किया, उन्होंने आवश्यक कार्यवाही पूर्ण कर अस्पताल के ब्लड बैंक को एक माह में शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही निर्देश दिए कि अस्पताल में आवश्यक प्रकृति के कार्यों एवं सेवाओं के लिए आरएमआरएस फंड का सदुपयोग सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने इसकी नियमित बैठक भी आयोजित किए जाने पर जोर दिया, अतिरिक्त मुख्य सचिव ने लू-तापघात एवं गर्मी जनित बीमारियों बचाव एवं उपचार के लिए अस्पताल में की गयी तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने हीट स्ट्रोक से पीड़ित रोगियों के उपचार के लिए तैयार किए गये मॉडल वार्ड को देखा और गर्मी जनित बीमारियों के उपचार के लिए किए गए प्रबंधन की सराहना की
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने इस दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि अब फैसिलिटी स्तर से आगे बढ़कर सेवाओं की पहुंच और उनकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है। जो स्वास्थ्य कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर कार्य कर रहा है प्रबंधकीय टीम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान पाई जाने वाली कमियों को दूर कर सभी आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे, जिला और ब्लॉक स्तर पर कार्यरत अधिकारी मॉनिटरिंग और सुपरविजन को बेहतर बनाएं, उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा चयनित 27 आशान्वित ब्लॉक में 39 सूचकांक निर्धारित किए गए हैं, इन 39 सूचकांकों में 7 सूचकांक स्वास्थ्य से संबंधित है, नियमित निरीक्षण और पर्यवेक्षण के माध्यम से इन सूचकांकों में और सुधार किया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ( Dr.Jitendra Kumar Soni ) ने जयपुर के आंगनबाड़ी केन्द्र गोविन्दपुरा एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर जाहोता का निरीक्षण किया। साथ ही सुरक्षित मातृत्व दिवस अभियान के तहत मातृ स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेने आई गर्भवती एवं धात्री महिलाओं से फीडबैक भी लिया, अतिरिक्त मिशन निदेशक एनएचएम अरूण कुमार गर्ग ( Dr. Arun Kumar Garg ) ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रेनवाल मांजी का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर ( Dr. Ravi Prakash Mathur ) ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र वाटिका का निरीक्षण किया