मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि मिड डे मील में बच्चों की माताओं की भागीदारी से कार्यक्रम का प्रभावी क्रियान्वयन तथा मॉनिटरिंग की जानी चाहिये। इसके लिए हर स्कूल में प्रतिदिन कम से कम 5 विद्यार्थियों की माताओं को विद्यालय में प्रार्थना के समय तथा मध्यान्तर में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाना चाहिये।
शर्मा ने सोमवार को शासन सचिवालय में प्रदेश में मिड डे मील कार्यक्रम तथा मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि मिड डे मील कार्यक्रम में प्रदेश पूरे देश में अव्वल हो। उन्होंने विद्यालयों में मिड डे मील की सुचारू व्यवस्था के लिए किये जा रहे कार्यों तथा नवाचारों के बारे में जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की माताओं के माध्यम से उनके बच्चों को दूध एवं भोजन उपलब्ध कराया जाना चाहिये, इससे कार्यक्रम की प्रभावी मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जा सकेगी तथा अभिभावकों में भी संतुष्टि का भाव पैदा होगा। उन्होंने प्रदेश में प्रत्येक शिक्षण संस्थान में न्यूट्रिशन गार्डन विकसित करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गार्डन का रख-रखाव भी विद्यार्थियों द्वारा ही किया जाए और इससे उगने वाले फल व सब्जियों का मिड डे मील में इस्तेमाल किया जाए।
शर्मा ने जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक विद्यालय में पाउडर मिल्क व शुगर स्टोरेज, ईंधन, बर्तन आदि की सुचारू व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए। साथ ही विद्यालयों के मिड डे मील प्रभारियों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम का सफल संचालन सुनिश्चित करें।
बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने प्रदेश में मिड डे मील कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन तथा इसे और बेहतर बनाने के लिए विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जयपुर के होटल प्रबंध संस्थान में 'कुक कम हेल्पर' को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है। यह मास्टर ट्रेनर जिलों में अन्य कुक कम हैल्पर को प्रशिक्षित करेंगे। उन्होंने बताया कि कुक कम हैल्पर के बेहतर प्रशिक्षण के लिए यूट्यूब पर वीडियो भी अपलोड किये गये हैं। इन वीडियो में खाना पकाने से लेकर खाना परोसने तथा साफ़ सफाई और स्टोरेज के सही तरीके को आसान तरीके से समझाया गया है।
बैठक में सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी, पंचायत शिक्षा प्रसार अधिकारी तथा मिड डे मील प्रभारियों सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारियों ने वीसी के माध्यम से भाग लिया