राजस्थान के बाडमेर के जवान का पंचकुला आर्मी हॉस्पिटल में डेंगू से निधन हो गया। जवान को शहीद का दर्जा नही दिया गया है। लेकिन जवान का अंतिम संस्कार राजकिय सम्मान के साथ किया गया। जैसे ही जवान की पार्थिव देह शनिवार को बाड़मेर पहुंची तो परिवार व अन्य लोगों ने शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया। बाड़मेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल व अन्य जनप्रतिनिधियों की समझाइश के बाद वे अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए। मीठी नाड़ी (बाड़मेर) के रहने वाले दाऊ प्रजापत (25) चंडीगढ़ में पोस्टेड थे। उधमपुर (जम्मू-कश्मीर) में ट्रेनिंग के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी थी। प्रजापत को 24 सितंबर को डेंगू के लक्षणों के बाद हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। करीब 15 दिन बाद 10 अक्टूबर की रात को उनकी डेथ हो गई। दाऊ प्रजापत की साल 2023 में ही शादी हुई थी। उन्होंने पिछले महीने ही क्रॉस कंट्री रेस में गोल्ड मेडल जीता था।
दाऊ प्रजापत की पार्थिव देह को चंडीगढ़ से सड़क मार्ग से शनिवार सुबह 8.15 बजे जिला मुख्यालय बाड़मेर लाया गया। इसी दौरान परिजन शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर सैन्य वाहन के आगे सड़क पर बैठ गए। वही कुछ लोग शहीद स्मारक पर प्रर्दशन करने लगे। जैसे ही प्रर्दशन की सूचना पर बाडमेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल और विधायक आदूराम मेघवाल पहुंचे। दौनो के समझाने के बाद परिजन मान गए और वाहन को पैतृक गांव धनाऊ कस्बे के पास मीठी बेरी के लिए रवाना किया।
विधायक आदूराम मेघवाल ने कहा की मैं मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात करूंगा, मैंने लेटर भी लिखा है। सेना का पॉजिटिव रुख है। निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि दाऊ प्रजापत को शहीद का दर्जा मिलेगा। विधायक ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भी लेटर लिखकर शहीद का दर्जा दिलाने की मांग की है। दाऊ प्रजापत ने 13 दिसंबर 2019 को आर्मी जॉइन की थी। इसके बाद 2023 में उनकी शादी हो गई। वही सासंद उम्मेदाराम बेनीवाल ने कहा की ऑन ड्यूटी जवान दाऊ प्रजापत बीमार हुए और उनका निधन हो गया। उन्हें शहीद का दर्जा मिलना चाहिए। मैंने उच्च अधिकारियों से बात की है।
वही राजस्थान में डेंगू का प्रकोप बडता जा रहा है। वही अब तक राजस्थान में डेंगू से 5 की मौत हो चुक है। वही मरने वालों में डॉक्टर, RAS अफसर, नर्सिंग की छात्रा, बिजनेसमैन तक शामिल हैं। अब तक प्रदेश में 1 जनवरी से 4 अक्टूबर तक 5301 डेंगू के केस रजिस्टर्ड हो चुके हैं।