मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा क्षय रोग (टीबी) उन्मूलन के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को स्वास्थ्य भवन, जयपुर में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के तहत जिलों के सभी आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) समन्वयकों एवं पीपीएम (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) समन्वयकों की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
निदेशक (जन स्वास्थ्य) डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने कार्यशला को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक आमजन को टीबी रोग की सही जानकारी सुलभ नहीं होगी, तब तक एक स्वस्थ परिवार और स्वस्थ समाज का निर्माण संभव नहीं है। इस दिशा में आईईसी समन्वयकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि विश्व टीबी दिवस के उपलक्ष्य पर राजस्थान सरकार द्वारा आगामी 11 मार्च से 24 मार्च तक पूरे प्रदेश में टीबी मुक्त पंचायत अभियान चलाया जा रहा है। इस विशेष अभियान का उद्देश्य ग्राम पंचायत स्तर पर क्षय रोग (टीबी) को समाप्त करने के लिए जनजागरूकता बढ़ाना और रोग उन्मूलन हेतु सक्रिय कदम उठाना है। कार्यशाला के दौरान राज्य टीबी अधिकारी डॉ. पुरुषोत्तम सोनी ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए सोशल मीडिया पर विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक टीबी से जुड़ी जानकारी और बचाव के उपाय पहुंच सकें।
डॉ. एसएन धौलपुरिया, नोडल अधिकारी (टीबी मुक्त अभियान) ने कार्यशाला में उपस्थित समन्वयकों को संबोधित किया और अभियान की कार्ययोजना को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि इस दौरान गांव-गांव में जागरूकता कार्यक्रम, नि:शुल्क टीबी जांच शिविर और उपचार सुविधाओं को सुलभ बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। कार्यशाला में आईईसी समन्वयकों को टीबी उन्मूलन के लिए जागरूकता अभियान चलाने, आवश्यक जानकारी प्रसारित करने और समुदाय में रोग को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए प्रशिक्षित किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, विशेषज्ञ एवं क्षेत्रीय समन्वयक उपस्थित रहे। स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी को दो सप्ताह से अधिक खांसी, बुखार, वजन कम होना या रात में पसीना आने जैसे लक्षण महसूस हों तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर नि:शुल्क जांच एवं उपचार करवाएं।