जयपुर— 16वीं विधानसभा के नव निर्वाचित अनेक सदस्यों द्वारा संस्कृत भाषा में शपथ लेने पर संस्कृत जगत में प्रसन्नता छाई हुई है। जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय की ओर से शिक्षकों ने विभिन्न विधायकों से मुलाकात कर संस्कृत भाषा में विधायक पद की शपथ लेने के लिए आग्रह किया था। दर्शन एवं योग विभागाध्यक्ष शास्त्री कोसलेंद्रदास ने बताया कि इस दिशा में हम लगातार विधायकों से चर्चा कर रहे थे और पिछले सप्ताह से इस दिशा में कार्य किया जा रहा था, विधानसभा में आज जिस तरह विधायकों ने संस्कृत भाषा में शपथ ली उसे देखकर काफी अच्छा लगा। कुलपति प्रो. रामसेवक दुबे ने बताया कि संस्कृत भाषा का प्रसार करने वाले इन विधायकों का स्वागत विश्वविद्यालय परिसर में किया जाएगा।
बुधवार को विधानसभा में शपथ ग्रहण समारोह में 21 विधायकों ने संस्कृत में शपथ ली है। संस्कृत में शपथ लेने वालों में पूर्व मंत्री एवं डीडवाना से निर्दलीय विधायक यूनुस खान भी शामिल हैं। विधायकों में उदयलाल भड़ाना (मांडल), गोपाल शर्मा (सिविल लाइन), गोपाल लाल शर्मा (मांडलगढ़), छगनसिंह राजपुरोहित (आहोर), जुबेर खान (रामगढ़), जेठानंद व्यास (बीकानेर पश्चिम), कैलाश मीणा (गढ़ी), बालमुकुंद आचार्य (हवामहल), युनुस खान (डीडवाना), लादूलाल पीतलिया (सहाड़ा), वासुदेव देवनानी (अजमेर उत्तर), बाबूसिंह राठौड़ (शेरगढ़), जोगेश्वर गर्ग (जालौर), जोराराम कुमावत (सुमेरपुर), दीप्ति माहेश्वरी (राजसमंद) और नौक्षम चौधरी (कामां), पब्बाराम विश्नोई (फलौदी), महंत प्रताप पुरी (पोकरण), संदीप शर्मा (कोटा दक्षिण), शंकरलाल (सागवाड़ा) और हरि सिंह रावत (भीम) शामिल हैं।