जयपुर में मंगलवार को झालाना स्थित शिक्षा संकुल में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई जिसमें सरकारी विद्यालयों में चल रही योजनाओं की प्रगति, संचालन और नवाचारों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता कृष्ण कुणाल, शासन सचिव, स्कूल शिक्षा, भाषा, पुस्तकालय विभाग एवं पंचायती राज (प्रारंभिक शिक्षा) विभाग ने की।
कुणाल ने सरकारी योजनाओं में सुधार के साथ आवश्यक सुझावों को जल्द से जल्द अमल में लाने के निर्देश दिए। उन्होंने आंगनबाड़ी, प्रारंभिक शिक्षा, सेकेंडरी शिक्षा, पीएम और बालिका शिक्षा में आवश्यक सुधारों पर जोर दिया। इसके अतिरिक्त, बालिका शिक्षण संस्थानों में "गुड टच-बैड टच" जैसी विषयों पर जागरूकता बढ़ाने पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया। शासन सचिव ने राजस्थान की शिक्षा प्रणाली का अन्य राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम और आंध्र प्रदेश की शिक्षा पद्धति से तुलनात्मक अध्ययन करने के निर्देश दिए । उन्होंने विगत वर्षों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों को रोल मॉडल मानते हुए अन्य सरकारी विद्यालयों को उनकी दिशा-निर्देशों का अनुसरण करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पाने का समान अधिकार है।
उन्होंने तकनीकी साधनों के माध्यम से प्रारंभिक स्तर से ही शिक्षा में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया, साथ ही जागरूकता कार्यक्रमों में परिजनों की सहभागिता को महत्वपूर्ण बताया। बैठक में 6 नवंबर को टोंक रोड स्थित एक होटल में आयोजित होने वाले राइजिंग राजस्थान प्री-इन्वेस्टमेंट समिट की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। शासन सचिव ने समिट से संबंधित सभी लंबित कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। इस बैठक में राज्य परियोजना निदेशक अविचल चतुर्वेदी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा आशीष मोदी, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा सीताराम जाट और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे ।