राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट बस स्टैंड पर तेज रफ्तार डंपर ने कई बाइक सवारों को कुचल दिया। जानकारी के अनुसार हादसे में 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा करिब 11 बजे हुआ। हादसे का कारण डंपर के ब्रेक फेल होना बताया जा रहा है। तेज रफ्तार डंपर बस से भिड़ा और भीड़ में घुस गया। दोनों ही वाहनों के नीचे 15 लोग दब गए थे। 10 गंभीर घायलों को लालसोट और दौसा के जिला हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।
लालसोट जिला अस्पताल के सीएमएचओ डॉ. सीताराम मीणा ने बताया कि 15 लोगों को अस्पताल लाया गया था। इनमें से 4 की पहले ही मौत हो चुकी थी। हादसे में घायल एक और व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हुई है। मृतकों में लक्ष्मी महावर(14), रेवड़ (33) पुत्र गेंडालाल की पहचान हुई है। वहीं, घायलों अजय (33) पुत्र जेनेंद्र, कस्तूरी (34) पत्नी रामफूल, पप्पू (50) पुत्र बहरूपिया, बिरमा (45) पत्नी जगदीश, अर्चना (35), हाकिम सिंह (60) छाजुूसिंह, गोलू (14) पुत्र लल्लू महावर, मानसिंह (14) पुत्र बजरंग, उर्मिला (40) पत्नी शंभूदयाल और पूजा (30) को दौसा व दूसरे हॉस्पिटल्स में रेफर किया गया है।
बेकाबू डंपर ने बस स्टैंड पर खड़ी एक रोडवेज बस को भी टक्कर मारी थी। हादसे में घायल बौंली गांव के रहने वाले पप्पू बहरूपिया (52) ने बताया कि हम मूंगफली खरीद रहे थे। हमारे पीछे एक बस खड़ी थी। उसी दौरान बस हमारे ऊपर चढ़ गई। वहां पर बहुत लोग थे, काफी लोग घायल हो गए। बिरमा देवी (45) ने कहा कि मैं बस से उतर कर दूसरी तरफ जा रही थी। एकदम से बस ऊपर चढ़ गई। मेरे साथ मेरी बेटी थी। वो बच गई, लेकिन मुझे काफी चोट आई है।
सुबह 8 से रात 8 तक भारी वाहन की नो एंट्री होने के बावजूद भी यह डंपर शहर में घुस गया था. लेकिन किसी ने उसे रोका-टोका नहीं. इससे गुस्साए लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया. भीड़ ने नारेबाजी कर पुलिस पर जमकर गुस्सा उतारा. बाद में पुलिस अधिकारियों ने जैसे-तैसे लोगों को समझा बुझाकर शांत किया. बेकाबू हुए डंपर में रोड़ी भरी हुई थी. लोगों का आरोप था कि अवैध बजरी को परिवहन करने के लिए शहर में धड़ल्ले से डंपर चलते हैं लेकिन पुलिस उन्हें रोकती नहीं है.