प्रदेश में आज से पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) का असर दिखने लगेगा है। पाकिस्तान बॉर्डर से लगते एरिया में आज सुबह से हल्के बादल छाने शुरू हो गए हैं। जैसलमेर, गंगानगर के साथ बाड़मेर के कुछ क्षेत्र में आज सुबह बादल छाने के साथ हल्की-हल्की हवाएं चलने लगी । मौसम केन्द्र जयपुर ने आज जोधपुर(Jodhpur), बीकानेर(Bikaner) संभाग के 6 जिलों में तापमान 42 से 45 डिग्री भी पहुंच सकता है हालांकि एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है, जिससे दोपहर बाद धूलभरी आंधी चलने, बादल छाने और कहीं-कहीं बारिश होने का अलर्ट जारी किया है।
प्रदेश में गुरुवार को आसमान साफ रहा। हालांकि तापमान में कोई खास इजाफा नहीं हुआ। गुरुवार को सबसे ज्यादा तापमान बाड़मेर(Barmer) में 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। फलोदी, डूंगरपुर में दिन का अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। जयपुर(Jaipur), पिलानी(Pilani), सीकर(Siker), अलवर(Alwer), अजमेर(Ajmer), चूरू(Churu) , उदयपुर(Udaipur) समेत कई शहरों में गुरुवार का अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। जयपुर में कल दिन में तेज धूप के कारण गर्मी रही। हालांकि शाम होने के साथ यहां हल्की ठंडी हवाएं चलने के कारण मौसम शुष्क रहा
मई के दूसरे दिन गुरुवार को राजस्थान के लगभग सभी शहरों में दिन का तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे दर्ज हुआ। जैसलमेर(Jaisalmer) में 38.4, जोधपुर में 37.4, उदयपुर में 36.8, कोटा(Kota) में 37.3, अजमेर में 34.6, अलवर में 36, सीकर में 35.0 डिग्री सेल्सियस के अलावा चूरू में 36.5, बीकानेर-धौलपुर में 37, गंगानगर में 37.7, हनुमानगढ़ 36, करौली में 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ
जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है. 4 मई को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है, जिसके कारण हनुमानगढ़, गंगानगर, जैसलमेर,जयपुर, चूरू, बीकानेर, फलोदी के कुछ हिस्सों में बादल छा सकते हैं. कुछ जगहों पर हल्की बारिश भी हो सकती है. साथ ही तेज रफ़्तार में चलने वाली धूल भरी आंधी भी लोगों को परेशान कर सकती है.
मौसम केन्द्र जयपुर ने आज बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जोधपुर और गंगानगर में दोपहर बाद पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से आसमान में बादल छाने और कहीं-कहीं 30-40KM रफ़्तार से धूलभरी हवा चलने की चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने कुछ जगहों पर बादल गरजने के साथ हल्की बारिश या बूंदाबांदी और बिजली गिरने की भी आशंका जताई है।
दरअसल, प्रदेश में अप्रैल के महीने में एक के बाद एक कई पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए, जिसके चलते बादलों की आवाजाही बनी रही. कई जगहों पर हल्की-फुल्की बारिश हुई तो कई जगहों पर आंधी तूफान के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई. वैसे तो अप्रैल के महीने में भीषण गर्मी पड़ती थी लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते साल 2024 में अप्रैल का महीना बहुत अधिक गर्म नहीं रहा. जो की पिछले कई वर्षों के अप्रैल के महीने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया