प्रदेश के शिक्षक भजनलाल सरकार से बहुत उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन उनकी ये उम्मीदें पूरी नहीं होने के बाद एक बार फिर से राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दे डाली है, संरक्षण सियाराम शर्मा ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार के पास दो महीनों का समय है और चौथे चरण के आंदोलन के बाद भी अगर सरकार उनकी मांगों को लेकर कोई ध्यान नहीं देती है तो फिर उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा
राजस्थान शिक्षक संघ (सियाराम) द्वारा 25 सूत्री मांग पत्र को लेकर प्रांत व्यापी आंदोलन के चौथे चरण में 12 सितम्बर को शिक्षक एक विशाल रैली निकालकर सिविल लाइन्स फाटक जयपुर पर प्रदर्शन करेंगे तथा अगले चरण की घोषणा प्रदर्शन स्थल पर ही की जाएगी, संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक मुख्य महामंत्री नवीन कुमार शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इससे पूर्व प्रथम चरण में 8 जुलाई को जिला मुख्यालयों पर राजस्थान के सभी जिलों में जिला कलेक्टर कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री महोदय के नाम ज्ञापन सौंपा गया था एवं आंदोलन के दूसरे चरण में 15 जुलाई से विधानसभा क्षेत्र में जन प्रतिनिधियों एवं विधायकों को मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन दिया जा रहा है जो 5 अगस्त तक दिए जाएंगे, आंदोलन के तीसरे चरण में 1 अगस्त से 31 अगस्त तक राजस्थान के प्रत्येक ज़िले में शिक्षक जागृति यात्रा निकाली जाएगी ,राजस्थान संघर्ष समिति के सचिव एवं प्रदेश महामंत्री रामदयाल मीणा ने कि माँग पत्र प्रमुख माँगें राजस्थान के सभी संवर्ग के शिक्षकों को केंद्र समान वेतनमान, तृतीय श्रेणी शिक्षकों का स्थानांतरण, अध्यापक से वरिष्ठ अध्यापक, वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता की गत चार सत्रों की बकाया पदोन्नति की जाए
संघर्ष समिति के सचिव एवं प्रदेश महामंत्री रामदयाल मीना ने 25 सूत्रीय मॉग-पत्र की माँगों को लेकर दी जानकारी :-
1 राजस्थान के सभी संवर्ग के शिक्षकों को केंद्र के शिक्षकों के समान सातवें वेतनमान हुबहू दिलवाया जाए एवं समस्त प्रकार की वेतन विसंगतियों को दूर करते हुए तृतीय श्रेणी अध्यापकों को 3600 रूपये के स्थान पर ग्रेड पे 4200 रुपये और वरिष्ठ अध्यापकों को 4200 रुपये के स्थान पर ग्रेड पे 4800 रुपये देते हुए सातवें वेतनमान में फिक्सेशन किया जावे।
2 शिक्षकों के स्थानान्तरण हेतु स्थायी व पारदर्शी नीति बनायी जाकर शीघ्र लागू की जावे एवं टी एस पी और प्रतिबंधित जिला शब्द हटाया जाये साथ ही तृतीय वेतन श्रृंखला आध्यापकों के अन्तर जिला स्थानांतरण अनिवार्य रूप से किए जाएं ।
3 पुरानी पेंशन योजना को अविलम्ब लाग कर 2004 के बाद नियुक्त शिक्षकों की एनपीएस में जमा राशि को जीपीएफ खातों में जमा करवाया जाये।
4 अध्यापक, वरिष्ठ अध्यापक, व्याख्याता, उप प्राचार्य एवं प्रधानाचार्य की सम्पूर्ण सेवाकाल में गुल चार ए.सी पी परिलाभ 7-14-21-28 वर्ष पूर्ण करने पर दी जाये।
5 ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत सभी शिक्षकों को मूल चेतन का 10 प्रतिशत ग्रामीण मत्ता दिया जावे।
6 व्यावसायिक शिक्षा को बढावा देते हुए शिक्षा विभाग में प्लेसमेंट एजेन्सी के माध्यम से कार्यरत व्यावसायिक प्रशिक्षिकों को नियमित किया जाये, साथ ही विभाग में कार्यरत पंचायत सहायक, मदरसा शिक्षक कुक कम हेल्पर आदि को नियमित किया जावे।
7 सामान्य शिक्षा की तरह संस्कृत शिक्षा में भी विद्यालयों को क्रमोन्नत किया जाये साथ ही प्रत्येक वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय में उप प्राचार्य का पद सृजित किया जाये।
8 अध्यापक से वरिष्ठ अध्यापक, वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता की गत 04 सत्रों की बकाया पदोन्नति शीघ्र शुरू करवायी जावे एवं सभी उच्च माध्यमिक विद्यालयों में हिन्दी एवं अंग्रेजी अनिवार्य विषयों के पद व्याख्याताओं के पद सृजित किये जाये एवं नवकमोन्नत उच्च माध्यमिक विद्यालयों में व्याख्याताओं की पदोन्नत्ति वित्त विभाग से स्वीकृति करवायी जावे। पुस्तकालयाध्यक्ष, शारीरिक शिक्षक व्याख्याता, उप प्राचार्य, प्रधानाचार्य, जिला शिक्षा अधिकारी आदि की प्रतिवर्ष माह अप्रैल गई में नियमित रूप से डीपीसी की जाये।
9 संस्कृत शिक्षा विभाग में शिक्षकों के सभी कैडर की विगत वर्षों की बकाया डीपीसी शीघ्र की जाये एवं पदस्थापन काउंसलिंग प्रक्रिया द्वारा किया जावे तथा भविष्य रूप से प्रति वर्ष डीपीसी की जावे।
10 शेष रहे प्रबोधकों की पदोन्नति वरिष्ठ प्रबोधक के पदों पर की जावे ।
11 नवनियुक्त शिक्षकों का परिवीक्षाकाल एक वर्ष ही रखा जावे एवं परिवीक्षाकाल में नियमित वेतन दिया जाये।
12 प्रधानाचार्य के 25 प्रतिशत पद एव उप प्रधानाचार्य के 50 प्रतिशत पद विभाग के ही शिक्षकों की सीधी भर्ती परीक्षा करवाकर भरे जावे ।
13 शिक्षकों द्वारा स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने के एवज में उनके द्वारा नामित पुत्र/पुत्री को अनुकम्पा नियुक्ति की भांति राज्य सेवा में नियुक्ति देने का प्रावधान लागू किया जाये।
14 प्रत्येक विद्यालय में आवश्कतानुसार सहायक कर्मचारियों के पद सृजित कर सहायक कर्मचारियों की भर्ती की जाये।
15 शिक्षकों को B100 सहित समस्त प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्यों से पूर्णयता मुक्त रखा जाये।
16 पीईईओ एवं यूसीईईओ के अतिरिक्त कार्यभार को देखते हुए उन्हें मूल चैतन का 10 प्रतिशत मानदेय स्पर्ड उयूटी एलाउंस के रूप में दिया जाये।
17 राजस्थान शिक्षा सेवा नियम 2021 के निमग 6-(3)/6 डी के तहत सेट अप परिवर्तन प्रक्रिया में आने वाले शिक्षकों को जाने अथवा नहीं जाने का स्वैच्छिक विकल्प प्रदान विल्या जावे।
18 बाणिज्य गृह विज्ञान कृषि विज्ञान संगीत आदि विषयों में स्नातक एवं बी०एड० योग्यताधारी तृतीय वेतन श्रृंखला शिक्षको की परिष्ठ अध्यापक पद पर इनका विषय नहीं होने से पदोन्नति नहीं होती है। प्रधानाध्यापक (उ.प्रावि) पद से विषय हटा कर इस पद पर केवल इन्हीं शिक्षकों को पदोन्नत किया जाये।
19 वर्ष 2016 में द्वितीय सूची में पदोन्नत व्याख्याताओं का डीपीसी चयन वर्ष 2017-18 एवं 2018-19 2019-20 2020-21 या जिनको अभी तक चयन वर्ष नहीं मिला है. उनका चयन वर्ष 2016-17 किया जावे।
20 वर्ष 2009 में पातेय वेतन पर वरिष्ठ अध्यापक / प्रधानाध्यापक (रा.प्रावि) पद पर लगाए गए अध्यापकों को पालेय वेतन पर पदभार ग्रहण तिथि से ही वरिष्ठता का लाभ देते हुए नियमित किया जावे।
21 शिक्षकों को रविवार तथा अन्य राजपत्रित अवकाश में प्रतियोगिता परीक्षा ड्यूटी देने के एवज में क्षतिपूर्ति आकस्मिक अवकाश दिए जाने का प्रावधान करने हेतु सेवा नियमों मे संशोधन किया जावे।
22 अतिरिक्त विषय के साथ स्नातक करने वाले तृतीय श्रेणी शिक्षकों को पात्र मानते हुए वरिष्ठ अध्यापक के पद पर विगत वर्षों की बकाया पदोन्नति हेतु नोटिफिकेशन जारी किया जावे ।
23 शिक्षकों के साथ होने वाली मारपीट व हत्या जैसी घटनाओं को रोकने के लिए 'शिक्षक सुरक्षा अधिनियम' (टीचर प्रोटेक्शन एक्ट) बनाया जावे।
24 शिक्षकों की ऑनलाइन निर्भरता को देखते हुए प्रतिमाह रूपये 1000 इंटरनेट व एंड्रायड फोन भत्ता दिया जावे।
25 दिव्यांग विद्यार्थियों के शिक्षण हेतु व्याख्याता (विशेष शिक्षा) के पद सृजित किये जाये।
प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र पारीक एवं सहायक प्रवक्ता मुकेश मीना ने बताया कि शिक्षक जागृति यात्रा में 5 दल बनाये जाएगे जिनके नेतृत्व में जिलों में जागृति यात्रा निकाली जावेगी । वही संवाददाता सम्मेलन में मुख्य संरक्षक एवं प्रशासनिक अध्यक्ष सियाराम शर्मा, संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक एवं मुख्य महामंत्री नवीन कुमार शर्मा संघर्ष समिति के सचिव एवं प्रदेश महामंत्री रामदयाल मीना प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सदस्य संघर्ष समिति बृजभूषण शर्मा प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं सदस्य संघर्ष समिति विजय कुमार शर्मा प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र पारीक एवं सहायक प्रवक्ता मुकेश मीना आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।