जयुपर (संदीप अग्रवाल): सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi) की हत्या के बाद पूरे राजस्थान (Rajasthan) सहित पडौस के 22 राज्यों में भी विरोध की आग लगी। इस पूरे घटनाक्रम की जिम्मेदारी लारेंस विश्नोई गैंग (Lawrence Vishnoi Gang) के गुर्गे रोहित गोदारा (Rohit Godara) ने ली। गोदारा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की जिसमें लिखा कि "राम राम, सभी भाइयों को मैं रोहित गोदारा कपूरीसर (Rohit Godara Kapoorisar), गोल्डी बराड़ (Goldie Brar)। भाइयों आज यह जो सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या हुई है, इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी हम लेते हैं। यह हत्या हमने करवाई है। भाइयों मैं आपको बताना चाहता हूं कि ये हमारे दुश्मनों से मिलकर उनका सहयोग करता था। उनको मजबूत करने का काम करता था। रही बात दुश्मनों की, तो वह अपने घर की चौखट पर अपनी अर्थी तैयार रखें। जल्दी उनसे भी मुलाकात होगी।"
हत्याकांड के विरोध में हजारों की तादाद में परिजनों के साथ साथ आमजन ने भी जयपुर के मेट्रो मॉस हॉस्पिटल (Metro Moss Hospital)के बाहर करीब 50 घंटो से ज्यादा तक धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया और हत्यारों को 72 घंटों में गिरफ्तार करने सहित अन्य कई मांगे रखी। बुधवार की देर रात शासन, प्रशासन और परिजनों के मध्य कुल 11 मांगों पर सहमति बनी तब जाकर धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया और सुखदेव सिंह के शव का एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) में पोस्टमार्टम (Postmartam) कर शव को अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव हनुमानगढ़ जिले के गोगामेडी (Gogamedi of Hanumangarh) ले जाया गया। इसी बीच पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के पिता की भी प्रतिक्रिया सामने आई है।
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Punjabi Singer Sidhu Moosewala)के पिता बलकौर सिंह (Balkaur Singh) ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर लिखा कि 'लगेगी आग तो आएंगे घर कई जद में, यहां पे सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है। सिद्धू की हत्या के 556 दिन बाद भी इंसाफ के इंतजार में है। जब तक सरकारें गैंगस्टरों (Gangsters) को शह देती रहेगी, तब तक लोगों के घरों के चिराग इसी तरह बुझते रहेंगे। बलकौर सिंह आगे लिखा कि मेरी लड़ाई सिर्फ मेरे बेटे सिद्धू मूसेवाला को न्याय दिलाने के लिए नहीं है। बल्कि गैंगस्टर-राजनीतिक गठजोड़ (Gangestar-political Alliance) की रीढ़ तोड़ने के लिए, परिवारों को ऐसी आपदाओं से बचाने के लिए भी है।
आपको बता दें कि सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने राजपूत ऑफ इंडिया (Rajput Of India) की एक पोस्ट को शेयर करते हुए ये सब बातें लिखी है। दरअसल, राजपूत ऑफ इंडिया नाम से लिखी गई इस पोस्ट में लिखा है कि जानना चाहेंगे कि ये अपराधी बेखौफ क्यों है? क्योंकि हम जातियों में बंटे हुए है। जब इसी रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला को मरवाया तो हम बोले कि लारेंस बिश्नोई गैंग देशभक्त है, खालिस्तानियों (Khalistanis) का सफाया कर रही है।
जब राजू ठेहट को मारा तब बोले कि अपराधियों को मारा है क्या गलत किया? अब इनके हाथ इतने खुल गए हैं कि खुले आम सामाजिक कार्यकर्ता और राजपूत करणी सेना (Rajput Karni Sena) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (National President Sukhdev Singh Gogamedi) की हत्या कर दी। अब भी प्रशासन पर मिलकर दबाव नहीं बनाया तो ऐसे ही जाट और राजपूत की लड़ाई का फायदा उठाकर दोनों समाज के नेताओं को शांत कर दिया जाएगा। समय रहते जाग जाइए। राजपूत ऑफ इंडिया की इस पोस्ट को लेकर सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह के पिता ने पोस्ट कर गैंगस्टरों और सरकार पर हमला बोला है।
गोगामेड़ी की हत्या के बाद रोहित गोदारा का एक पोस्ट वायरल हुआ था। उसने लिखा था, "राम राम, सभी भाइयों को मैं रोहित गोदारा कपूरीसर, गोल्डी बराड़। भाइयों आज यह जो सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या हुई है, इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी हम लेते हैं। यह हत्या हमने करवाई है। भाइयों मैं आपको बताना चाहता हूं कि ये हमारे दुश्मनों से मिलकर उनका सहयोग करता था। उनको मजबूत करने का काम करता था। रही बात दुश्मनों की, तो वह अपने घर की चौखट पर अपनी अर्थी तैयार रखें। जल्दी उनसे भी मुलाकात होगी।"
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का खूंखार गुर्गा रोहित गोदारा बीकानेर (Bikaner) जिले के लूणकरणसर (Lunkaransar) का रहने वाला है। साल 2010 से ही वो जुर्म की दुनिया में सक्रिय है। छोटे-मोटे अपराध करने के बाद वो लॉरेंस के संपर्क में आया था। इसके बाद उसकी गैंग में शामिल होकर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने लगा। पुलिस का शिकंजा जब कसा तो वो साल 2022 में दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई (Dubai) भाग गया। वहां से सोशल मीडिया (Social Media) एप के जरिए गैंग के गुर्गों के साथ जुड़ा रहता है। विदेश में बैठे हुए उनको सुपारी देता है।
रोहित गोदारा के खिलाफ इंटरपोल (Interpol) ने रेड कॉर्नर नोटिस (Red Corner Notice) जारी किया हुआ है। वो दुबई में रहकर लॉरेंस बिश्नोई और उसके दोस्त गोल्डी बराड़ के इशारे पर आपराधिक गतिविधियों (Ciminal Activities) को अंजाम देता है। इसी साल जून में उसने बीकानेर के एक ज्वेलर्स से पांच करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी। इसके साथ ही धमकी दी थी कि पैसे नहीं मिलने पर वो कारोबारी को गोली मार देगा। ये भी कहा था कि उसे दो हजार गुर्गे इस वक्त बीकानेर में मौजूद हैं। ज्वेलर्स ने इतने पैसे देने में असमर्थता जताते हुए नयाशहर थाने में केस दर्ज करवाई थी।.