पिछले एक दशक की बात की जाए तो प्रदेश के युवा बेरोजगार भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़े के शिकार होते हुए नजर आएंगे, इस दौरान प्रदेश की करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा भर्ती परीक्षाएं इन मुन्ना भाई और पेपर लीक माफिया की भेंट चढ़ी है, पूर्व की कांग्रेस सरकार ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ( RSMSSB ) की कमान मेजर जनरल आलोक राज ( ALOK RAJ ) को सौंपी, और नई सरकार के गठन के साथ ही अब मेजर जनरल आलोक राज ने भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया है,
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ( RSSB ) की ओर से आयोजित होने वाली भर्ती परीक्षाएं पूरी पारदर्शी तरीके से हो इसके लिए बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज एक मास्टर प्लान ( MASTER PLAN ) तैयार किया है, जिसके तहत बोर्ड द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं में होने वाली धांधली और नकल को रोकने के लिए अब आधार कार्ड की मदद ली जाएगी, इसके तहत बोर्ड द्वारा आगामी समय में होने वाली सभी भर्ती परीक्षाओं की आवेदन पत्र की प्रक्रिया को आधार कार्ड ( AADHAR CARD ) या फिर 10वीं की मार्कशीट से लिंक किया जाएगा, जिससे अभ्यर्थी किसी और के स्थान या फिर डमी बन फर्जी तरीके से भर्ती परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेगा
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से नकल और डमी अभ्यर्थियों की रोकथाम के लिए जो मास्टर प्लान तैयार किया गया है, आधार कार्ड या 10वीं की मार्कशीट को लिंक करने के बाद जब अभ्यर्थी परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा देने आएंगे तो उनका फेस स्कैन किया जाएगा, जिससे डमी अभ्यर्थियों पर पूरी तरह से रोक लग सकेगी, इसके साथ ही ओएमआर शीट ( OMR SHEET ) की जांच भी AI तकनीक के माध्यम से की जाएगी
बोर्ड अध्यक्ष की कमान संभालने के साथ ही अब आलोक राज की ओर से किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरतने की हिदायत सभी कर्मचारियों को दी जा चुकी है, इसके साथ ही पिछले दो महीनों में बोर्ड की ओर से 21 अभ्यर्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है, इन अभ्यर्थियों ने किसी और के स्थान पर या डमी अभ्यर्थी बन भर्ती परीक्षा में शामिल होने की कोशिश की थी, साथ ही पिछले दिनों शिक्षक भर्ती परीक्षा के 58 अभ्यर्थियों को पहले ही डीबार ( DEBAR ) किया जा चुका है,
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज ने बताया कि बोर्ड की प्राथमिकता आधार कार्ड रहेगी, किसी कारण से अगर कोई अभ्यर्थी आवेदन को आधार कार्ड से लिंक नहीं कर पाया तो उसे 10वीं की मार्कशीट के रोल नंबर से आवेदन फॉर्म को भरना होगा, साथ ही आने वाले समय में बोर्ड की सभी भर्ती परीक्षाओं में ये प्रक्रिया लागू की जाएगी
आधार कार्ड और 10वीं की मार्कशीट लिंक होने के साथ ही बोर्ड के पास बोर्ड द्वारा आयोजित सभी भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की जानकारी बोर्ड के पास होगी, जैसे अभ्यर्थी का सही नाम, उनके माता-पिता का नाम, जन्मतिथि, स्थाई पता,
बोर्ड द्वारा लागू किए जा रहे इस नियम का फायदा अभ्यर्थियों को भी होगा, अभ्यर्थी सीधा डिजिलॉकर ( DIGILOCKER ) की मदद से अपनी बेसिक जानकारी आवेदन फार्म में भर सकेंगे, ऐसा होने के बाद परीक्षा केंद्र से लेकर चयन के बाद दस्तावेज सत्यापन ( Document Verification ) तक अभ्यर्थी मूल दस्तावेजों की सही जांच हो सकेगी,