द नगरी न्यूज़ डेस्क (दीपेंद्र कुमावत)। प्रदेश में इन दिनों मिलावट के खिलाफ खाद्य विभाग एक्टिव मोड़ में नज़र आ रहा है दरअसल पिछले कई दिनों से प्रदेश में खाद्य स्टोर और खाद्य फैक्ट्रियो में खाद्य विभाग द्वारा मिलावट को लेकर और पुरानी अशुद्ध वस्तुओं पर छापा और रेड डाल रहे है जिसके बाद प्रदेश, देश में खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए और एन्फोर्समेंट सैम्पल (Enforcement sample) लेने में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare, Government of India), भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों के मुकाबले राजस्थान ने करीब 3 गुना सैम्पल एकत्र कर यह उपलब्धि हासिल की है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह (Shubhra Singh) ने बताया कि प्रदेश में खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ निरन्तर सघन अभियान चलाया जा रहा है। मिलावट के खिलाफ विभाग लगातार कार्रवाई कर सख्त एक्शन ले रहा है। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की ओर से वर्ष 2023-24 के लिए जारी आंकड़ों में राजस्थान (Rajasthan) ने निर्धारित लक्ष्य से अधिक सैम्पल लेते हुए 284 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की है। प्राधिकरण ने मिलावट के खिलाफ प्रदेश की इस प्रो-एक्टिव अप्रोच को सराहा है।
खाद्य सुरक्षा आयुक्त इकबाल खान (Iqbal Khan) ने बताया कि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने वर्ष 2023-24 में प्रत्येक खाद्य सुरक्षा अधिकारी के लिए हर माह 5 एन्फोर्समेंट सैम्पल लिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया था। राजस्थान में 98 खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार यह लक्ष्य 5 हजार 880 सैम्पल का था, जिसके विरूद्ध राजस्थान में 16 हजार 691 सैम्पल लिए गए। इस दृष्टि से राजस्थान देश में पहले पायदान पर रहा है। खान ने बताया कि प्रदेश में जल्द ही 200 और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होने से मिलावट के खिलाफ अभियान को गति मिलेगी एवं आमजन को शुद्ध पदार्थों की आपूर्ति सुनिश्चित होगी।