राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बारिश का दौर शुरू हो गया है। जयपुर, सीकर, अजमेर, उदयपुर, झुंझुनूं, चूरू, भीलवाड़ा और कोटपूतली-बहरोड़ में शुक्रवार सुबह बारिश हुई। इससे पहले, बीती रात जयपुर, पाली और जालोर में भी तेज बरसात हुई। बारिश के कारण कई जिलों में तापमान में गिरावट आने से सर्दी बढ़ गई है।मौसम विभाग ने शुक्रवार को राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में बारिश और कई जगह ओले गिरने की आशंका जताई है। मौसम विभाग ने 15 जिलों में ऑरेंज, जबकि 16 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने शुक्रवार को राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में बारिश और कई जगह ओले गिरने की आशंका जताई है। मौसम विभाग ने 15 जिलों में ऑरेंज, जबकि 16 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। अगले तीन दिन घना कोहरा छाए रहने का अनुमान जताया गया है। जयपुर में आज सुबह से ही घने बादल छाए हुए थे। दोपहर करीब बारह बजे हल्की बूंदाबांदी के बाद कई जगह मध्यम दर्जे की बरसात हुई।अजमेर में सुबह बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गया। यहां बीती रात भी बरसात हुई थी। वही जयपुर, दौसा, अजमेर, करौली, भरतपुर, बूंदी, कोटा, सीकर, झुंझुनूं, चूरू, अलवर, सवाई माधोपुर में ओलावृष्टि की चेतावनी है. शनिवार को कुछ इलाकों में हल्की बारिश के आसार है. 29 दिसंबर से सिस्टम का असर खत्म होने से मौसम शुष्क रहेगा.
सुबह से आसमान में बिजली की तेज गर्जना हो रही है, जिससे क्षेत्र में मावठ का दौर शुरू हो गया है. इस बारिश से किसानों के चेहरे खुशी से खिल उठे, क्योंकि मावठ गेहूं, चना, जो, सरसों के साथ-साथ मटर, टमाटर आदि फसलों के लिए वरदान साबित होगी. हालांकि, अचानक आई बरसात से तापमान में गिरावट आई है, जिसके कारण घना कोहरा और कड़ाके की सर्दी बढ़ने के आसार हैं. लेकिन किसानों के लिए यह बारिश एक अच्छी खबर है, जो उनकी फसलों के लिए फायदेमंद साबित होगी.