पिछले एक दशक की बात की जाए तो साल 2024 की भीषण गर्मी लोगों को याद रहने वाली है, इस बार नौतपा ने लोगों को जो सताया उसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई जिलों में तापमान 48 से 50 डिग्री तक दर्ज किया गया तो वहीं इस बार नौतपा ने भी लोगों को जमकर सताया, लेकिन जाते हुए नौतपा को रिमझिम बारिश की बूंदों ने धो दिया, जिसके चलते लोगों को भीषण गर्मी और उमस के साथ ही हीट वेव से भी राहत मिली
प्रदेश में लगातार प्रचंड गर्मी और हीटवेव पड़ने से आमजन का हाल बेहाल हो रहा था लेकिन इस बीच प्रदेश में नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से प्रदेश की जनता को राहत की सांस मिली, प्रदेश में नया पश्चिमी विक्षोभ का असर आज भी देखने को मिलेगा और भरतपुर, जयपुर, बीकानरे और कोटा समेत आसपास के इलाकों में बादल छाए रहने और दोपहर के बाद बादल गरजन के साथ बारिश दर्ज हो सकती है. इसके अलावा यहां पर तेज गति से हवाएं चलने के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई गई है. वहीं, बाकी बचे इलाकों में मौसम शुष्क रहने वाला है
मौसम विभाग जयपुर के अनुसार, आगामी घंटों में मौसम के बदलने से अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री गिरावट आ सकती है. कहा जा रहा है कि ज्यादातर इलाकों में तापमान 45 डिग्री से नीचे दर्ज किया जा सकता है. हालांकि भरतपुर, गंगानगर, हनुमानगढ़ और धौलपुर के कुछ इलाकों में हीट वेव चल सकती है. मौसम विभाग का कहना है कि ज्यादातर इलाकों में आने वाले 2-3 दिनों में हीट वेव से लोगों को राहत मिल सकती है. इसके बावजूद पश्चिमी राजस्थान के पास इलाकों में 4-5 जून को अधिकतम तापमान फिर से 45 डिग्री के ऊपर दर्ज किया जा सकता है. वहीं, कुछ जगहों पर एक बार फिर लू का दौर जारी रह सकता है.
मौसम विभाग जयपुर की जानकारी के अनुसार मौसम में हो रहे इस बदलाव के चलते लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है. बादल गरजन के साथ बारिश होने से किसानों को इससे फायदा हो सकता है, जिससे फसल अच्छी हो सकती है. हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि तेज हवाएं चलने से फसलों को नुकसान भी होने की आशंका है. ऐसे में किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है.
दरअसल, राजस्थान में अभी पिछले साल के हिसाब से देखा जाए तो अभी लगभग 20 दिन और गर्म मौसम और लू से राहत नहीं मिलने वाली है. आपको बता दे कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अंडमान निकोबार द्वीप समूह में पहुंचने के बाद 31 मई से 1 जून के आसपास केरल पहुंचने का अंदेशा है. मानसून के केरल पहुंचने के बाद ही वह अन्य राज्यों के लिए उसकी चाल तय होगी. मौसम विभाग द्वारा अनुमान लगाया जा रहा हैं कि राजस्थान में 21 से 29 जून के बीच मानसून दस्तक दे देगा, जिसके बाद प्रदेश की जनता को गर्मी से राहत मिलेगी
प्रदेश में बीते दिन 10 जिलों में तापमान 40 के ऊपर ही पाया गया. जिसमें सबसे ज्यादा श्रीगंगानगर में 45.4 डिग्री सेल्सियस रहा. इसी के साथ बीकानेर 44.6 डिग्री, धौलपुर 44.0, करौली 43.8, चूरू 43.6, संगरिया 43.4, कोटा 43.3, अंता 46.3, फतेहपुर 43.2, अलवर 43.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.