प्रदेश में न्यायालयों के निर्णयों की बात करे तो राजस्थान का नाम कही ना कही अग्रणी पंक्तियों में देखा जाता है जिसकी वजह यही रही की यहाँ के अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण देना जिससे निर्णय विधिवत पारित होते है जिसके बाद अब प्रदेश के राजस्व न्यायालयों में पारित होने वाले निर्णय और बेहतरीन संचालन के राजस्व अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान कार्यशाला आयोजित करेगा।
प्रदेश के राजस्व न्यायालयों में पारित होने वाले निर्णयों को त्रुटिरहित, गुणवत्तापूर्ण एवं विधिवत ढंग से लिखने की प्रवृत्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अधीनस्थ राजस्व न्यायालयों के पीठासीन अधिकारियों की त्रिदिवसीय निर्णय लेखन कार्यशाला 12 से 14 जून तक अजमेर के राजस्व अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित होगी।
राजस्व मंडल अध्यक्ष राजेश्वर सिंह ( Rajeshwar Singh ) ने बताया कि इस कार्यशाला में प्रदेश के प्रत्येक जिले से सभी राजस्व अपील प्राधिकारी, भू प्रबंध अधिकारी पदेन राजस्व अपील प्राधिकारियों के साथ ही हर जिले से जिला कलक्टर के स्तर से मनोनीत अतिरिक्त जिला कलक्टर, उपखण्ड अधिकारी एवं सहायक कलक्टर में से किसी एक राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की सहभागिता अपेक्षित की गई है।
राजस्व मंडल अध्यक्ष राजेश्वर सिंह की नवाचारी पहल के तहत इससे पूर्व भी राज्य के अतिरिक्त संभागीय आयुक्त, राजस्व अपील अधिकारी एवं भू प्रबंध अधिकारियों तथा अतिरिक्त जिला कलेक्टर स्तर के अधिकारियों की कार्यशालाएं अजमेर में आयोजित हो चुकी हैं। कार्यशाला में हर जिले से अधिकारियों की अनिवार्य उपस्थिति के लिए जिला कलेक्टर्स को निर्देशित किया जा रहा है।
राजस्व मंडल अध्यक्ष की इस कार्यशाला में विभिन्न सत्रों में विषय विशेषज्ञों के स्तर से राजस्व अधिनियम, काश्तकारी अधिनियम, निर्णय लेखन के आवश्यक तत्व एवम राजस्व न्यायालयों के बेहतरीन संचालन सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चाएं होंगी।